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25+ किशमिश खानेके फायदे – Benefits of Raisin in Hindi

By Proud Skill

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25+ किशमिश खानेके फायदे – Benefits of Raisin in Hindi : नमस्कार दोस्तों, आपको स्वागत है हमारे इस Blog पर, जहापर आज हम आपको बताएँगे “25+ किशमिश खानेके फायदे – Benefits of Raisin in Hindi. आमतौर पर किशमिश का नाम सुनते ही दिमाग में पीले रंग के अंगूर से बनने वाले ड्राईफ्रूट की तस्वीर आंखों के आगे घुमने लगती हैं, पर क्या आप जानते हैं, 25+ किशमिश खानेके फायदे – Benefits of Raisin in Hindi. आइए जानते हैं 25+ किशमिश खानेके फायदे – Benefits of Raisin in Hindi.

किशमिश (Raisin), अंगूर का ही सुखा हुआ रूप है। ये स्वाद में मिठा और पौष्टिक गुणों से भरपूर होता है। इसमें आयरन, कैल्शियम, मैग्नीशियम और फाइबर प्रचुर मात्रा में पाया जाता है. इसलिए ये स्वास्थ्य के लिए बहुत अच्छा है। किशमिश में प्राकृतिक शुगर भी प्रचुर मात्रा में पाई जाती है. इसे मिठाईयों में सजावट के लिए भी इस्तेमाल किया जाता है। इसके अलावा इसका उपयोग कई हेल्थ टॉनिक में तो किया ही जाता है। यदि आप किशमिश का अधिकतम लाभ प्राप्त करना चाहते हैं तो अच्छा होगा कि आप इसे को भिगोकर खाएं। इसके लिए 8-10 किशमिश एक गिलास पानी में रात भर भिगो कर रख दें. सुबह इसे अच्छी तरह पीसें और खाली पेट इसे पी लें. आइए 25+ किसमिस खानेके फायदे – Benefits of Raisin in Hindi. को विस्तारपूर्वक जानते हैं.

किशमिश क्या होता है – What is Raisin in Hindi

किशमिश(Raisin) सूखे मेवों की श्रेणी में शामिल है। जिसे अंगूरों को सुखाकर तैयार किया जाता है। इस प्रक्रिया में अंगूरों को लगभग 3 हफ्तों तक धूप में सुखाकर उसका नमी निकाला जाता है। सेहत के लिए किशमिश को लाभकारी माना गया है। यह कई जरूरी फाइटोकेमिकल्स से समृद्ध होती है। साथ ही इसमें एंटीऑक्सीडेंट और एंटीबैक्टीरियल गतिविधियां भी पाई जाती हैं। शरीर के लिए यह किस प्रकार फायदेमंद हो सकती है।

भारत में किशमिश कई नाम से जाना जाता है, जैसे हिन्दी में किशमिश (Kishmish), अंग्रेजी में राइसिन (Raisin), तेलुगु में एंडुद्राक्षा (Endudraksha), तमिल में ऊलर धराक्षी (Ular Dhraakshai), मलयालम में उनक्कु मुन्थिरिंगा (Unakku Munthiringa), कन्नड में वोनाद्राकशी (Vonadraakshe), गुजराती में लाल द्राक्ष (Lal Draksh) और मराठी में इसे मनुका (Manuka) के नाम से जाना जाता है।

20+ किशमिश खानेके फायदे – Benefits of Raisin in Hindi

Benefits of Raisin in Hindi

जब भी ड्राय फ्रूट्स की बात होती है, उसमें किशमिश का नाम सबसे पहले आता है। यह अन्य किसी ड्राय फ्रूट की तुलना में बहुत ही सस्ती होती है। सा​थ ही खाने में भी स्वाद होती है। हलवा, खीर जैसी चीजें तो बिना किशमिश के अधूरी सी लगती हैं। क्योंकि इसका खट्टा मीठा स्वाद खाने को और भी स्वादिष्ट बना देता है। किशमिश सिर्फ खाने में ही स्वाद नहीं होती बल्कि यह हमारे शरीर के लिए भी बहुत फायदेमंद होती है।

शरीर में आयरन की मात्रा अच्छी करनी हो या फिर हलवे को करना हो गर्निश, किशमिश का उपयोग ज्यादातर हर घर में कई चीजों के लिए किया जाता है। किशमिश में प्रोटीन, आयरन, फाइबर, पोटैशियम, कॉपर, विटामिन बी6, कैल्शियम, फाइटोकैमिकल्स, एंटीऑक्सीडेंट, एंटीबैक्टीरियल, हेल्दी फैट और विटामिन ई जैसे कई पोषक तत्व सेहत के लिए बेहद गुणकारी माने जाते हैं।आइए जानते हैं किशमिश से जुड़े फायदों के बारे में।

1. पेट साफ करती है

अक्सर कब्ज़ रहना सेहत के लिए अच्छा नहीं होता है। यही वजह है कि रोज़ाना पेट साफ होना बेहद ज़रूरी है। रोज़ाना किशमिश खाने से आपको पेट साफ करने में मदद मिल सकती है। किशमिश अघुलनशील डाइटरी फाइबर से भरी हुई होती हैं, जो उन्हें एक प्राकृतिक रेचक बनाता है, जो मल त्याग में सुधार करता है, और हमारे सिस्टम से मल को आसानी से बाहर निकालता है। किशमिश कब्ज़ के साथ-साथ अन्य गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल समस्याओं जैसे पेट दर्द, आंत्र सिंड्रोम, गैस, सूजन और पेट फूलना आदि से राहत देने का काम करती है।

2. हृदय के लिए किशमिश के गुण

हृदय रोग से बचने में भी किसमिस खाने के फायदे मिल सकते हैं। दरअसल, एनसीबीआई (National Center for Biotechnology Information) की वेबसाइट पर प्रकाशित एक शोध के अनुसार किशमिश खराब कोलेस्ट्रोल यानी एलडीएल और ट्राइग्लिसराइड (रक्त में मौजूद एक प्रकार का फैट) को कम कर सकती है, जिससे कोलेस्ट्रॉल की वजह से होने वाले हृदय रोग के जोखिम से बचा जा सकता है (5)। हालांकि, इस प्रक्रिया के पीछे किशमिश के कौन से गुण काम करते हैं, यह शोध का विषय है।

3. वजन नियंत्रण में किशमिश के फायदे

किशमिश के अंदर डाइट्री फाइबर और प्रीबायोटिक गुण पाए जाते हैं, जो पेट में अच्छे बैक्टीरिया को बनानता है, जिस से वजन को नियंत्रित करने में मदद मिलता हैं। अगर आप का वजन ज्यादा है तो किशमिश उसे कम करने में मदद करता है और अगर किसी का वजन अगर कम है तो वजन को बढ़ाने में भी मदद करता है।

4. एनीमिया में किशमिश के फायदे

एनीमिया का एक कारण शरीर में आयरन की कमी का होना भी है। इस समस्या में शरीर में पर्याप्त मात्रा में लाल रक्त कोशिकाओं का निर्माण नही होता, जो शरीर में ऑक्सीजन का सप्लाई करती हैं। यहां किशमिश के लाभ देखे जा सकते हैं। किसमिस को आयरन का एक समृद्ध स्रोत माना जाता है और इसलिए एनीमिया के लिए आहार में एक नाम किशमिश का भी शामिल है।

5. बेहतर नींद के लिए

ऐसे कई कारण हैं जिनकी वजह से आपको चैन की नींद नही आती होगी। नींद पूरी न होने से आपकी दिमाग़ी हालत ख़राब होने के साथ शरीर पर भी खराब असर पड़ सकता है। ऐसे में किशमिश आपकी मदद कर सकती है। नींद न आने की समस्या को दूर करने में किशमिश कारगर साबित होती है। ऐसी इसलिए क्योंकि इसमें आयरन जैसा पोषक तत्व मौजूद होता है। आयरन एक महत्वपूर्ण खनिज है, जो न सिर्फ हीमोग्लोबिन के उत्पादन को बढ़ाता है बल्कि चयापचय में भी सुधार करता है, ऑक्सीजन वहन करता है, प्रतिरक्षा को मजबूत करता है और बेहतर नींद सुनिश्चित करता है।

6. कैंसर से बचाव में किशमिश के फायदे

किशमिश के गुण कैंसर जैसी घातक बीमारी से बचाने में मदद कर सकते हैं। दरअसल, एनसीबीआई के एक शोध एक अनुसार, किशमिश के मेथनॉल एक्सट्रैक्ट में एंटी रेडिकल और कैंसर प्रिवेंटिव गुण पाए जाते हैं, जो कोलन कैंसर से बचाव में कुछ हद तक मददगार हो सकते हैं। वहीं, कैंसर के अन्य प्रकारों से बचाव में किशमिश किस प्रकार लाभकारी प्रभाव दिखा सकती है, इसके लिए अभी और शोध की आवश्यकता है (6)। पाठकों को बता दें कि किशमिश सिर्फ कैंसर से बचा सकती है, उसका इलाज नहीं कर सकती। इसलिए, कैंसर से पीड़ित व्यक्ति का डॉक्टरी इलाज करवाना जरूरी है।

7. किशमिश इम्यूनिटी बढ़ाने का भी काम करती है

कोविड-19 महामारी ने सभी को इम्यूनिटी की अहमियत सिखा दी है। अगर आप भी अपनी इम्यूनिटी को मज़बूती देना चाहते हैं, तो किशमिश ज़रूर खाएं। किशमिश में विटामिन्स और खनीज जैसे ज़रूरी पोषक तत्व होते हैं, जो फ्री-रेडिकल्स से लड़ने का काम करते हैं, जो आपके शरीर को नुकसान पहुंचा सकते हैं। किशमिश में जीवाणुरोधी, एंटीवायरल और एंटीफंगल गुण भी होते हैं जो कई तरह के संक्रमणों के जोखिम को कम करने में मदद करते हैं।

8. मुंह और दांतों की देखभाल करे

किशमिश मुंह और दांतों के स्वास्थ्य के लिए लाभकारी हो सकती है। दरअसल, संयुक्त राज्य अमेरिका के डिपार्टमेंट ऑफ फूड एंड न्यूट्रिशन द्वारा किए गए अध्ययन से पता चलता है कि किशमिश खाने से कैविटीज से बचाव हो सकता है। शोधकर्ताओं के अनुसार, किशमिश में फाइटोकेमिकल्स, एंटीऑक्सीडेंट और ऑलीनोलिक एसिड मौजूद होते हैं, जो उन बैक्टीरिया को पनपने से रोकने में मदद कर सकते हैं, जो डेंटल कैरीज यानी दांत खराब होने का कारण बनते हैं। इसके अलावा, किशमिश में पाए जाने वाले फाइटोकेमिकल दांतों की बेहतर स्थिति बनाए रखने के लिए मुंह में हानिकारक बैक्टीरिया जैसे म्यूटन्स स्ट्रैपटोकोकस (Mutans Streptococci) के विकास को भी रोक सकते हैं, जो कैविटी का कारण बनते हैं।

9. ब्लड प्रेशर रहता है कंट्रोल में

तनाव और हमारे खान-पान की आदतों से हमारे रक्तचाप में उतार-चढ़ाव हो सकता है। जो एक अच्छा संकेत नहीं है, लेकिन किशमिश इस समस्या को दूर कर सकती है। किशमिश में पोटेशियम की मात्रा अधिक होती है, और पोटेशियम एक प्राकृतिक वासोडिलेटर है जो हमारी रक्त वाहिकाओं को आराम देता है, रक्त परिसंचरण में सुधार करता है और इस प्रकार उच्च रक्तचाप से राहत देता है।

10. Diabetes में किशमिश के फायदे

कई लोगों का यह मानना है कि Diabetes (मधुमेह) से ग्रसित लोग किशमिश का सेवन नहीं कर सकते, लेकिन ऐसा नहीं है। यह जानकर शायद आपको हैरानी होगी कि सीमित मात्रा में किशमिश का सेवन Diabetes को नियंत्रित करने में मदद कर सकता है। माना जाता है कि किशमिश का ग्लाइसेमिक इंडेक्स कम होता है, जिस कारण यह इंसुलिन रिस्पांस को बेहतर करने में मदद कर सकती है। इससे मधुमेह नियंत्रित करने में सहायता मिल सकती है।

ग्लाइसेमिक इंडेक्स एक मापक होता है, जो यह बताता है कि खाद्य पदार्थ (कार्बोहाइड्रेट युक्त) कितनी तेजी से ब्लड शुगर (ग्लूकोज) को बढ़ा रहा है। कम ग्लाइसेमिक इंडेक्स वाले खाद्य पदार्थ ब्लड शुगर को नियंत्रित करने में मदद कर सकते हैं। ध्यान रखें कि मधुमेह के लिए किशमिश का उपयोग करने से पहले डॉक्टर से परामर्श जरूर लें। इसकी मात्रा डॉक्टर द्वारा सुझाई गई दवा, डाइट व एक्सरसाइज के अनुसार होनी चाहिए।

11. आपकी आई हेल्थ के लिए फायदेमंद

आजकल वातावरण में प्रदूषण (Smog) बहुत बढ़ गया है। किशमिश पॉलीफेनोलिक फाइटोन्यूट्रिएंट्स जैसे विटामिन A। A-कैरोटीनॉयड और बीटा कैरोटीन से भरपूर होती है जो आपकी आंखों की रोशनी को मजबूत रखने में मदद करती है। ये पोषक तत्व दृष्टि को कमजोर करने वाले मुक्त कणों की क्रिया को कम करके आपकी आंखों की रक्षा करने में मदद करते हैं और मांसपेशियों के पतन के साथ-साथ मोतियाबिंद (Cataract) का कारण बनते हैं।

12. संक्रमण से बचाए

किशमिश के लाभ संक्रमण से बचने में भी मिल सकते हैं। इसमें कई ऐसे गुण पाए जाते हैं, जो शरीर को कई तरह के संक्रमण से बचाने में सहायक हो सकते हैं, जैसे एंटीमाइक्रोबियल और एंटीबैक्टीरियल। इसके अलावा, किशमिश का अर्क ओरल बैक्टीरिया, म्यूटन्स स्ट्रैपटोकोकस (दांत सड़ने का कारण बनने वाला मुख्य बैक्टीरिया) से लड़कर मुंह को स्वस्थ बनाए रखने में मदद कर सकता है।

13. खून बढ़ाए और गर्मी प्रदान करे

किशमिश पोषक तत्वों से भरपूर होती है। इनमें आयरन (Iron) और बी-कॉम्प्लेक्स विटामिन की उच्च मात्रा होती है जो एनीमिया को ठीक कर सकती है। साथ ही किशमिश (Raisin) में मौजूद कॉपर लाल रक्त कोशिकाओं के उत्पादन में मदद करता है। इसे खाने से आपका शरीर भी गरम रहेगा।

14. बालों के लिए किशमिश के फायदे

बालों को नुकसान पहुंचाने में फ्री रेडिकल्स का बहुत बड़ा हाथ होता है। ये समय से पहले बालों के सफेद होने और झड़ने का कारण बन सकते हैं। बालों को इन फ्री रेडिकल्स से बचाने में किशमिश के गुण मदद कर सकते हैं। एनसीबीआई द्वारा प्रकाशित एक शोध में पाया गया है कि किशमिश में एंटीऑक्सीडेंट गुण पाए जाते हैं, जो फ्री रेडिकल्स के प्रभाव को कम करने में मदद कर सकते हैं।

15. याद्दाश्त बेहतर होती है (memory power increase)

सुबह नाश्ते में बादाम और किशमिश खाने से याद्दाश्त भी बेहतर होती है। बादाम और किशमिश एक साथ खाने से दिमाग दुरुस्त होता है। बच्चों को रोजाना बादाम और किशमिश खिलाना चाहिए, इससे उनकी याद्दाश्त तेज होगी।

16. त्वचा के लिए किसमिस के फायदे

त्वचा के लिए भी किशमिश के लाभ देखे जा सकते हैं। दरअसल, एनसीबीआई की वेबसाइट पर प्रकाशित एक शोध के अनुसार अंगूर और अंगूर आधारित उत्पाद में कीमोप्रोटेक्टिव गुण पाए जाते हैं, जो स्किन कैंसर से बचाव में कुछ हद तक मददगार हो सकते हैं। वहीं, एक शोध में यह भी जिक्र मिलता है कि किशमिश एक प्रभावकारी स्किन टोनर की तरह भी काम कर सकता है।

17. कोलेस्ट्रॉल नियंत्रण में

इसके नियमित सेवन से अच्छा कोलेस्ट्रॉल बढ़ता है और खराब कोलेस्ट्रॉल कम होता है। जिससे हृदय स्वास्थ्य में सुधार होता है और रक्त के थक्के को बनने से रोकने में मदद मिलती है।

18. बुखार के लिए किशमिश के फायदे

शरीर में हुआ किसी प्रकार का संक्रमण बुखार का कारण बन सकता है। बुखार तब आता है जब शरीर उस संक्रमण का कारण बने बैक्टीरिया या वायरस को खत्म करने की कोशिश करता है। ऐसे में किशमिश उन बैक्टीरिया को खत्म करने में मदद कर सकता है। माना जाता है कि किशमिश में एंटीबैक्टीरियल गुण पाए जाते हैं, जो इन बैक्टीरिया को खत्म करने में सहायता कर सकते हैं। फिलहाल, इस विषय पर अभी और शोध किए जाने की आवश्यकता है।

19. प्रतिरोधक क्षमता बढ़ता है किशमिश

किशमिश के रोजाना सेवन से आप अपने शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ा सकते हैं। ये हमारे इम्यूनिटी सिस्टम मजबूत बनता है और हम बाहरी संक्रमण और छोटी-छोटी बीमारियों से बचा सकते है।

20. यौन स्वास्थ्य को बेहतर करे

किशमिश खाने के फायदे यौन स्वास्थ्य को बेहतर बनाने में भी मिल सकते हैं। दरअसल, किशमिश में बोरॉन नाम का एक मिनरल पाया जाता है। एनसीबीआई (नेशनल सेंटर फॉर बायोटेक्नोलॉजी इंफॉर्मेशन) द्वारा प्रकाशित एक शोध में पाया गया है कि बोरॉन महिलाओं और पुरुषों, दोनों में यौन स्वास्थ से जुड़े हॉर्मोन को बढ़ाने में मदद कर सकता है। इसकी मदद से यौन स्वास्थ्य को बेहतर करने में सहायता मिल सकती है।

21. एसिडिटी में लाभदायक किशमिश के गुण

एसिडिटी एक आम समस्या है, जिसमें सीने से लेकर पेट तक जलन का एहसास होता है। इससे निजात पाने के लिए किसमिस का सहारा ले सकते हैं। किशमिश को उन खाद्य पदार्थों में शामिल किया जा सकता है, जो एसिडिटी को कम करने में मदद कर सकते हैं। इससे जुड़े एक शोध में जिक्र मिलता है कि किशमिश में एल्कलाइन (Alkaline) गुण मौजूद होता है, जो शरीर में एसिड की मात्रा को सामान्य करने में मदद कर सकता है।

22. किडनी स्टोन्स

गुर्दे की पथरी के निर्माण को रोकने में मदद करता है। किशमिश का सेवन करने से गुर्दे की पथरी का शिकार होने से आप बच सकते है।

23. गठिया के दर्द को कम करने में

किशमिश में पाए जाने वाले पॉलीफेनोल्स मजबूत एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण प्रदान करते हैं। जिससे गठिया के दर्द को दूर करने में मदद करता है। खाली पेट किशमिश खाने के फायदे में गठिया का दर्द दूर करना शामिल है।

24. सांसों की दुर्गंध को रोकने में

किशमिश में एंटीबैक्टीरियल गुण होने के कारण यह मौखिक स्वच्छता बनाए रखने और मुंह की गंध से छुटकारा पाने में मदद करते हैं।

25. जलन को कम करता है

बवासीर में किशमिश जलन को दूर कर सकता है। खास कर कि किशमिश का पानी। ये मूत्रशय को शांत करता है और जलन कम करता है। इससे अलावा इसका पानी पेट को ठंडा करता, एसिड के प्रोडक्शन को कम करता है और पेट के पीएच को बैलेंस करता है। इसलिए बवासीर में लोगों को किशमिश का पानी पीने को सहा जाता है।

26. कब्ज कम करता है

कब्ज की समस्या में किशमिश खाना बहुत ही फायदेमंद है। दरअसल, ये फाइबर से भरपूर है और बॉवेल मूवमेंट को सही करता है। साथ ही ये आपके मल त्याग को भी आसान बनाता है और कब्ज की समस्या को दूर करता है। इसके अलावा बवासीर में किशमिश का सेवन मल में थोक जोड़ने का काम करता है, यानी कि ये पानी ज्यादा सोखेगा और आप पानी ज्यादा पिएंगे। जिससे पेट रेगुलर रहेगी और आपको कब्ज की समस्या नहीं होगी।

Note : सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है। यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है। अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें।

किशमिश कितनी प्रकार के होती है

किशमिश 6 प्रकार के होती है —

1. मुनक्का किशमिश (Munakka) : मुनक्का सूखे हुए अंगूर होते हैं, जिनका आकार बड़ा होता है और सेहत के लिए काफी फायदेमंद माने जाते हैं।

2. सुनहरी किशमिश (Golden Raisins) : सुनहरी किशमिश का आकार बाकी किशमिश से थोड़ा सा छोटा होता है। जिसे थॉम्पसन बीज रहित अंगूर से तैयार किया जाता है।

3. लाल किशमिश (Red Raisins) : लाल किशमिश बाकी किशमिश की तुलना में सबसे ज्यादा टेस्टी होती है, जिसे लाल अंगूरों से तैयार किया जाता है। लाल किशमिश मधुमेह रोगियों के लिए फायदेमंद होने के साथ आंखों की रोशनी में भी सुधार करती है।

4. काली किशमिश (Black Raisins) : काली किशमिश को काले अंगूरों से तैयार किया जाता है। काली किशमिश बालों को झड़ने से रोकती है, आंतों की सफाई करती है और त्वचा की समस्याओं को दूर करने में भी मदद करती है।

5. हरी किशमिश (Green Raisins) : हरी किशमिश आकार में पतली और लंबी होती है। इस तरह की किशमिश फाइबर से भरपूर होती है।

6. ज़ांटे करंट्स (Zante Currants) : ज़ांटे करंट्स काले किशमिश की ही तरह होती है लेकिन स्वाद में यह बहुत मीठी नहीं होती है। इनमें थोड़ा सा तीखापन होता है, साथ ही आकार में भी छोटी होती हैं। यह किशमिश गले की खराश कम करने, इम्यूनिटी बढ़ाने और रक्तचाप को कम करने में मदद करती है।

किशमिश के पौष्टिक तत्व – Nutrients Value Raisins in Hindi

जानिए किशमिश में मौजूद पोषक तत्वों के बारे में –(पोषक तत्व — मात्रा प्रति 100 ग्राम)

• Water — 15.43 grams
• Energy — 299 kcal
• Protein — 3.07 grams
• Fat — 0.46 grams
• Carbohydrates — 79.18 grams
• Fiber — 3.7 grams
• Sugar — 59.19 grams
• Mineral
• Calcium — 50 mg
• Iron — 1.88 mg
• Magnesium — 32 mg
• Phosphorus — 101 mg
• Potassium — 749 mg
• Sodium — 11 mg
• Zinc — 0.22 mg
• Copper — 0.318 mg
• Selenium — 0.6 micrograms
• Vitamin-C — 2.3 mg
• Thiamine — 0.106 mg
• Riboflavin — 0.125 mg
• Niacin — 0.766 mg
• Vitamin-B6 —+0.174 mg
• Folate — 5 micrograms
• Choline — 11.1 mg
• Vitamin-E — 0.12 mg
• Vitamin-K — 3.5 micrograms
• Fatty Acid Total Saturated — 0.058 g
• Fatty Acid Total Monounsaturated — 0.051 g
• Fatty Acid Total Polyunsaturated — 0.037 g

किशमिश खाने का सही तरीका – Right Way to Eat Raisins in Hindi

वैसे तो किशमिश को किसी भी तरह खाया जा सकता है लेकिन किशमिश को भिगोकर खाने से दुगुना फायदा होता है। किशमिश को भिगोने पर उसमें एंटीऑक्सीडेंट्स और न्यूट्रिएंट्स का स्तर बढ़ जाता है इसके लिए किशमिश को रातभर पानी में भिगो दे फिर सुबह इसका सेवन करे यह आपको दिनभर एनर्जेटिक रखेगा।

किशमिश को दैनिक आहार में कई स्वस्थ तरीकों से शामिल किया जा सकता है, जैसे –

• नाश्ते में ओट्स में चीनी की जगह किशमिश का इस्तेमाल कर सकते हैं।
• इसका इस्तेमाल मफिन और पैनकेक में मिठास के लिए कर सकते हैं।
• किशमिश को सीधे ही खा सकते हैं।
• किशमिश को पीनट बटर व फ्रूट सलाद के साथ मिलाकर खा सकते हैं।
• किशमिश के साथ ब्रोकली और गाजर (या मौसम के अनुसार कोई भी सब्जी) को मिलाकर सलाद की तरह खाया जा सकता है।

Note – ध्यान रहे कि यह प्रक्रिया आपको केवल ऑर्गेनिक किशमिश के साथ ही करनी है। क्योंकि अन्य किशमिश पर केमिकल का इस्तेमाल किया गया हो, ऐसा हो सकता है। जिसकी वजह से केवल ऑर्गेनिक किशमिश को ही भिगोकर उसका पानी पिएं।

किशमिश खाने के नुकसान Side Effects of Raisins in Hindi

सभी चीजों की जैसे फायदे होते है, वैसे ही कुछ नुकशान भी होते है। हालांकि ये नुकसान किसी किसी में ही और कम मात्रा में दिखाई देते है। किशमिश खाने से भी किसी को कुछ परेशानी हो सकती है। तो चलिए जानते है किशमिश के साइड इफेक्ट्स।

• अगर आप इसका सेवन ज्यादा मात्रा में करते है तो ये आप का वजन बढ़ा देगा । इसीलिए किशमिश को भिगो के कम मात्रा में खाएं, जिस से आप का वजन नियंत्रित करने में किशमिश मदद करता है।
• जिन लोगों को डायबिटीज की समस्या है वो ज्

• जिन लोगों को डायबिटीज की समस्या है वो ज्यादा मात्रा में किशमिश का सेवन नाकरे। आप लोग इसे कम मात्रा में और भिगो कर ही किशमिश का सेवन करें।
• अगर आप को लीवर की कोई बीमारी है तो आप बिना डॉक्टर की सलाह की इसका सेवन न करे।
• कुछ लोगों में किशमिश खाने के बाद सांस लेने में प्रॉब्लम होती है।
• किशमिश को ज्यादा सेवन से कुछ लोगों में उल्टी होती है।
• किशमिश ज्यादा मात्रा में खाने से किसी को दस्त भी हो सकता है।
• किसी को अगर dry fruit से एलर्जी है तो वे ना ले।

किशमिश कई औषधीय गुणों से समृद्ध एक स्वादिष्ट खाद्य पदार्थ है, जिसे आप अपने दैनिक आहार का हिस्सा बना सकते हैं। आप अगर इस आर्टिकल में बताई गई किसी भी समस्या से पीड़ित हैं, तो आज से ही किशमिश का सेवन करना शुरू कर दें। साथ ही यह भी ध्यान रखें कि अगर इसके नियमित सेवन से एलर्जी जैसे लक्षण नजर आते हैं, तो इसका सेवन तुरंत बंद कर दें और अपने चिकित्सक से संपर्क करें। मधुमेह के मरीज किशमिश का सेवन करने से पहले डॉक्टरी सलाह जरूर लें।

FAQs

दूध में किशमिश खानेके फायदे क्या है?
दूध में किशमिश डालकर खाने से बहुत फायदे, मिलते है। इस से हड्डियों मजबूत होता है, दातो की समस्या नहीं होती, ताकत मिलती है और कब्ज से भी रहत मिलती है।

किशमिश की तासीर कैसी होती है?
किशमिश की तासीर गर्म होती है।

क्या सूखी किशमिश खा सकते है?
सूखी किशमिश खाया जा सकता है। लेकिन आप इसे धो कर ही खाये।

किशमिश और शहद से होने वाले फायदे क्या हैं?
किशमिश के जो भी फायदे है, शहद में भिगोकर खाने से किशमिश के फायदे दोगुने बढ़ जाते हैं। शहद के सभी लाभ के साथ आप को किशमिश के लाभ भी मिलते है।

भीगी हुई किशमिश खाने के फायदे क्या हैं?
ऐसा माना जाता है कि भीगी हुई किशमिश खाने के फायदे आंत और पेट को स्वस्थ रखने का काम कर सकते हैं। इससे कब्ज की समस्या में भी आराम मिल सकता है, हालांकि अभी इस पर अभी शोध की आवश्कयता है।

काजू किशमिश खाने के फायदे क्या हैं?
काजू किशमिश एक साथ खाने से आप के शरीर में ताकत आते है। जो लोग कसरत करते है वो इसे रोज खाये। लेकिन इसे खाने का सही तरीका है की आप दोनों को भिगो के खाये।

खाली पेट किशमिश खाने के फायदे क्या हैं?
सुबह खाली पेट भिगोई हुई किशमिश खाने से गैस, पेट से जुड़ी समस्या, शरीर में ताकत आना, दिनभर के ऊर्जा बानी रहना इन सब में लाभ होता है।

कौनसी किशमिश फायदेमंद होती है ?
हर किशमिश का गुण एक जैसा होता है। सिर्फ इसका स्वाद, आकार और रंग अलग होते है।

क्या सुखी किशमिश खाना सुरक्षित है?
जी हां, सूखी किशमिश (Dried Raisins) खाना वैसे तो सुरक्षित है, लेकिन अगर किसी को किशमिश से एलर्जी है तो वो उसका सेवन न करें।

किशमिश कितनी मात्रा में खाना चाहिए?
ड्राई फ्रूट्स हर उम्र के लोगों के लिए फायदेमंद होते हैं। एक दिन में 50-100 ग्राम किशमिश खाई जा सकती है। मधुमेह से पीड़ित लोगों के लिए इसकी मात्रा उनके डाइट और दवाइयों के अनुसार हो सकती है, जिसके बारे में डॉक्टर से परामर्श करना जरूरी है।

हमारा अंतिम शब्द

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