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नेपाल की जनसंख्या कितनी है – Nepal Ki Jansankhya Kitni Hai

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नेपाल की जनसंख्या कितनी है – Nepal Ki Jansankhya Kitni Hai : नमस्कार दोस्तों, आपको स्वागत है हमारे इस Blog पर, जहापर आज हम आपको बताएँगे “नेपाल की जनसंख्या कितनी है – Nepal Ki Jansankhya Kitni Hai”। नेपाल दुनिया के दो बड़े आबादीबाले देशों भारत और चीन के बीच बसा एक छोटा सा देश है। नेपाल हिमालय पर्बत सिंखला में बसा, अपने ऊँचे पर्वत और प्राचीन संस्कृति के लिए जाना जाता है। इस देश को विश्व की छत (Roof of the World) भी कहा जाता है, क्योंकि यहाँ दुनिया का सबसे ऊँचा पर्वत माउंट एवरेस्ट (Mount Everest) है। इसके अलावा दुनिया के 10 ऊँचे पर्वत में 8 इसी देश में मौजूद है।

क्षेत्रफल की दृष्टि से नेपाल दुनिया के 95 वे स्थान पर आता है। नेपाल का कुल क्षेत्रफल 147,181 वर्ग किलोमीटर है। नेपाल की राजधानी काठमांडू है। यह इस देश का सबसे बड़ा शहर भी है। नेपाल की राष्ट्रीय भाषा नेपाली है। इसके अलावा यहां तिब्बत भाषाओं का प्रयोग भी किया जाता है। ऐसे में हम इस देश को उंची पर्वत श्रंखला का देश भी कह सकते है। भारत के लिए नेपाल काफी महत्वपूर्ण देश है, क्योंकि नेपाल की अधिकतर सीमा भारत से ही मिलती है। तो चलिए जानते है — नेपाल की जनसंख्या कितनी है – Nepal Ki Jansankhya Kitni Hai.

नेपाल की जनसंख्या कितनी है – Nepal Ki Jansankhya Kitni Hai

नेपाल की जनसंख्या कितनी है

नेपाल (आधिकारिक रूप में, Federal Democratic Republic of Nepal) एक बहुत खुवसुरत दक्षिण एशियाई स्थलरुद्ध राष्ट्र है। नेपाल विश्व का एकमात्र और अंतिम देश जो — हिन्दू राष्ट्र है। हालाँकि 2006 में नेपाल की संसद ने इसे धर्म निरपेक्ष देश बताया है। यहाँ अनुपात के मामले में विश्व में सबसे ज्यादा हिन्दू निवास करते है। यहाँ गाय को पवित्र माना जाता है और उसकी हत्या को गैर कानूनी माना जाता है गाय नेपाल का राष्ट्रीय पशु है।

वर्तमान समय में नेपाल की जनसंख्या — 2,91,92,480 (सन् 2021) है। नेपाल की जनसंख्या वृद्धि दर बेहद कम है इसी वजह से यह जनसंख्या की दृष्टि से दुनिया में 40 में स्थान पर आता है इसके अलावा नेपाल लिंगानुपात लगभग 0.98 है। जिसके मुताबिक नेपाल में पुरुषों की जनसंख्या लगभग 14,610,263 और नेपाल में महिलाओं की आबादी 14,845,717 है। बता दे नेपाल 34% आबादी की उम्र 25 से 54 वर्ष के बीच है।

नेपाल की जनसंख्या हाल के दशकों में लगातार बढ़ रही है। जून 2001 की जनगणना में नेपाल की जनसंख्या लगभग 23 मिलियन थी। 1991 की पिछली जनगणना से जनसंख्या में 50 लाख की वृद्धि हुई; विकास दर 2.3% है। वर्तमान जनसंख्या लगभग 30 मिलियन है जो हर 5 वर्षों में लगभग 3 मिलियन लोगों की वृद्धि में योगदान करती है।

नेपाल राष्ट्र का नाम कहाँ सें आया

नेपाल शब्द हिन्दू संत नेमी के नाम पर प्रागैतिहासिक काल में रखा गया था जिन्होंने ना केवल काठमांडू की घाटी को बसाया बल्कि इसका संरक्षण भी किया था स्कन्द पुराण के अनुसार ऋषि नेमी हिमालय में निवास करते थे। हिमालय पर्वत पाँच देशो भारत, पाकिस्तान, चीन, नेपाल और भूटान में फैला हुआ है। हिमालय को हिन्दू मान्यता के अनुसार शिव जी का घर माना जाता है। इसके अलावा इसी हिमालय से एशिया महाद्वीप की पाँच प्रमुख नदियों गंगा, ब्रह्मपुत्र, यांग्ची, सिन्धु सभी का उद्गम हुआ है।

नेपाल जनसंख्या के बारे में अधिक जानकारी —

• नेपाल में एक दिन में लगभग 1700 बच्चों का जन्म होता है,अर्थात हर घंटे लगभग 71 बच्चे नेपाल में जन्म लेते हैं।
• नेपाल में प्रतिदिन लगभग 525 लोगों की मृत्यु होती है अर्थात हर घंटे यहां लगभग 22 लोगों की मृत्यु होती है।
• आंकड़ों के अनुसार नेपाल की कुल जनसंख्या में प्रतिदिन 950 लोगों की वृद्धि होती है।
• अप्रैल 2018 तक नेपाल का जनसंख्या जनसंख्या घनत्व 199.5 प्रति वर्ग किलोमीटर है.
• नेपाल की कुल आबादी का लगभग 34.6% लोगों की उम्र 15 वर्ष से कम है।
• 15 से 64 वर्ष के उम्र के लोगों की जनसंख्या लगभग 61% है।

बर्तमान 2022 में नेपाल की कुल जनसंख्या कितनी है

बर्तमान 2022 में नेपाल की जनसंख्या तीन करोड़ पार कर गई है। नेपाल के केंद्रीय सांख्यिकी विभाग की जनसंख्या घड़ी में देश की जनसंख्या 3,00,00,634 पहुंच गई है। साल 2011 में हुए राष्ट्रीय जनगणना के आधार पर नेपाल में जनसंख्या घड़ी को निर्धारित किया गया था।

विभाग के निदेशक ढुण्डिराज लामिछाने के अनुसार, प्रवास, जन्म और मृत्युदर की जनसंख्या को घड़ी निर्धारित करता है। जनसंख्या घड़ी के अनुसार नेपाल की जनसंख्या तीन करोड़ पार कर गई है।

घड़ी द्वारा निर्धारित जनसंख्या सूत्र के अनुसार दैनिक औसत रूप से एक हजार से ग्यारह सौ की दर से नेपाल की जनसंख्या बढ़ रही है। 2011 में नेपाल की कुल जनसंख्या 2,64,94,504 थी। जिसमें से 51.5 प्रतिशत महिला और 48.5 प्रतिशत पुरुष थे। जनसंख्या वृद्धि दर 1.35 प्रतिशत था। बता दें कि नेपाल में 125 जात, जाति के साथ ही 123 भाषा बोली जाती है।

एक नजर में नेपाल देश :

• राष्ट्र — नेपाल (Nepal)
• महादेश — एशिया
• गठन — 21 दिसम्बर 1786
• गणराज्य गठन — 28 दिसम्बर 2007
• कुल क्षेत्रफल — 14,75,16 बर्गकिमी (56,956.2 बर्गमिल)
• राजधानी — काठमांडू
• राजभाषा — नेपाली
• सरकार — लोकतंत्र
• राष्ट्रपति — बिद्यादेबी भंडारी
• प्रधानमंत्री — शेर बहादुर देउवा
• निबासी — नेपाली
• जनसंख्या — 2,91,92,480(सन् 2021)
• विकास दर — 0.78% (2022 अनुमानित)
• जन्म दर — 17.53 जन्म/1,000 जनसंख्या
• मृत्यु – संख्या — 5.58 मौतें/1,000 जनसंख्या
• जीवन प्रत्याशा — 72.4 साल
• पुरुष — 71.66 वर्ष
• महिला — 73.17 वर्ष
• प्रजनन दर — 1.9 बच्चे
• शिशु मृत्यु दर — 25.13 मृत्यु/1,000 जीवित जन्म
• अप्रवासन की शुद्ध दर — -4.21 प्रवासी/1,000 जनसंख्या घनत्व —
• लिंगानुपात — 0.96 पुरुष/महिला (2022 अनुमानित)
• मुद्रा — रुपैया (NPR)
• सर्वोच्च बिन्दु — माउंट एवरेस्ट 8,848 मी॰ (29,029 फीट)
• सबसे लम्बी नदी — कर्णाली
• सबसे बड़ी झील — रारा ताल

धर्म के आधार पर नेपाल की जनसंख्या

अब अगर बात की जाये नेपाल में धर्म की तो नेपाल में ज्यादातर लोग हिन्दू धर्म को मानते है वही कुछ कुछ प्रतिशत आबादी दूसरे धर्म मुस्लिम, बौद्ध, ईसाई, सिख, जैन, स्वदेशी आदि की भी है जिसे आप नीचे प्रतिशत के हिसाब से देश सकते है।

लेकिन चूकी नेपाल में अभी तक 2021 की जनगणना पूरी नहीं हो पायी है इसलिए यह डाटा 2011 की जनगणना से लिया गया है। चलिए जानते है 2011 की जनगणना के अनुसार नेपाल में हिन्दुओ की जनसंख्या कितनी है या नेपाल में मुसलमानों की जनसंख्या कितनी है।

• हिन्दू धर्म को मानने वाले – 80.3%
• मुस्लिम धर्म को मानने वाले – 4.4%
• किरातिवादी (स्वदेशी जातीय धर्म) – 3.0%
• ईसाई धर्म को मानने वाले – 1.4%
• सिख धर्म को मानने वाले – 0.2%
• जैन धर्म को मानने वाले – 0.1%
• अन्य धर्मो की मानने वाले – 0.6%

इस प्रकार नेपाल में सबसे ज्यादा हिन्दू आबादी 80.3 प्रतिशत है यानि की यह एक हिन्दू राष्ट्र है हालाँकि सरकार नेपाल को एक धर्म निरपेक्ष देश मानती है। इस देश पर कभी भी किसी दूसरे देश ने राज नहीं किया इसलिए इस देश में कोई स्वतंत्रता दिवस नहीं मनाया जाता है।

नेपाल कहाँ पर स्थित है

नेपाल का स्थिति 26° 20′ से 30° 10′ उत्तरी अक्षांश तथा 80° 15′ से 88° 10′ पू.दे.। यह स्वतंत्र राष्ट्र मध्य एशिया में हिमालय के पर्वतीय क्षेत्र में स्थित है। इसका क्षेत्रफल 147,516 वर्ग किलोमिटर है। इसके दक्षिण में भारत के बिहार एवं उत्तर प्रदेश राज्य, पश्चिम में उत्तराखण्ड, पूर्व में पश्चिमी बंगाल राज्य एवं सिक्किम राज्य तथा उत्तर में तिब्बत है। हिमालय की 500 मील लंबी शृंखला इसकी लंबाई में पड़ती है, अत: नेपाल की सीमा के अंदर या सीमा पर कई ऊँची चोटियाँ हैं। इसकी औसत लंबाई पूर्व से पश्चिम 530 मील और उत्तर से दक्षिण इसकी चौड़ाई 156 से 89 मील तक है।

कितने नेपाली भारत में रहते हैं?

नेपाल की कुल आबादी लगभग 3 करोड़ है। भारत सरकार के 2019 के एक डेटा के मुताबिक, नेपाल के लगभग 60 लाख लोग भारत में रहते हैं और यहीं पर काम भी करते हैं । यानी नेपाल की करीब 20 फीसदी आबादी भारत में रहती है और भारत पर ही उनकी जीविका निर्भर है। इसके साथ ही भारतीय सेना में भी नेपाल के लोगों की भर्ती होती है।

नेपाल के जाती ब्यबस्था कैसे है

नेपाली जाति व्यवस्था की पारंपरिक प्रणाली था सामाजिक स्तरीकरण की नेपाल । नेपाली जाति व्यवस्था मोटे तौर पर शास्त्रीय हिंदू चतुरवर्णाश्रम मॉडल को उधार लेती है , जिसमें चार व्यापक सामाजिक वर्ग या वर्ण शामिल हैं : ब्राह्मण , क्षत्रिय , वैश्य , शूद्र ।

जाति व्यवस्था सामाजिक वर्गों को कई श्रेणीबद्ध अंतर्विवाही समूहों द्वारा परिभाषित करती है जिन्हें अक्सर जाट कहा जाता है । यह प्रथा परंपरागत रूप से केवल तीन इंडो आर्य समाजों खास , मधेसी और नेवार्स में प्रचलित थी. हालाँकि, 18 वीं शताब्दी में नेपाल के एकीकरण के बाद से, नेपाल की विभिन्न गैर-हिंदू जातीय राष्ट्रीयताओं और जनजातियों, जिन्हें पहले “मटवाली” (शराब पीने वाले) कहा जाता था और अब “आदिवासी/जनजाती” (स्वदेशी/राष्ट्रीयता) कहा जाता है, को शामिल किया गया है। सफलता की अलग-अलग डिग्री के लिए जाति पदानुक्रम के भीतर। अखिल हिंदू सामाजिक संरचना में राज्य द्वारा सशक्त एकीकरण के बावजूद, परंपरागत रूप से गैर-हिंदू समूह और जनजातियां जाति व्यवस्था के रीति-रिवाजों और प्रथाओं का पालन नहीं करती हैं।

नेपाल की सरकार ने कानूनी रूप से जाति-व्यवस्था को समाप्त कर दिया और ” अस्पृश्यता ” (एक विशिष्ट जाति का बहिष्कार) सहित किसी भी जाति-आधारित भेदभाव को अपराधी बना दिया – 1963 में। स्वतंत्रता और समानता की दिशा में नेपाल के कदम के साथ, नेपाल, जो पहले शासित था। एक हिंदू राजशाही, एक हिंदू राष्ट्र था जो अब एक धर्मनिरपेक्ष राज्य बन गया है । 28 मई 2008 को, इसे एक गणतंत्र घोषित किया गया, हिंदू साम्राज्य की अवधि समाप्त।

विदेशों में कितनी नेपाली रहते है

विदेशों में नेपाली प्रवासियों को जबरदस्त कठिनाइयों का सामना करना पड़ा है, जिसमें वर्ष 2000 से अकेले मध्य पूर्व और मलेशिया में लगभग 7,500 मौतें शामिल हैं, सऊदी अरब में लगभग 3,500 ।

प्रवासी नेपाली आबादी

• सऊदी अरब — 250,000
• मलेशिया — 6,175
• कतर — 200,000
• जापान — 80,038
• संयुक्त अरब अमीरात —400,000
• यूनाइटेड किंगडम — 62,000
• इराक — 30,000
• चीन — 21,000
• पुर्तगाल — 50,000
• हांगकांग — 16,000
• दक्षिण कोरिया — 22,015
• कनाडा — 15,000 (लगभग)
• सिंगापुर — 4000

कुल विदेशी नेपाली जनसंख्या — 1,616,709

नेपाल में विदेशी आबादी रहते है

2001 की जनगणना के अनुसार, नेपाल में 116, 571 विदेशी मूल के नागरिक थे। उनमें से 90% भारतीय मूल के थे, इसके बाद भूटान, पाकिस्तान और चीन का स्थान है। इस संख्या में भूटान और तिब्बत के शरणार्थी शामिल नहीं हैं।

नेपाल की आबादी का अर्थव्यवस्था कैसे है

अपनी पर्यटन और ऊर्जा उत्पादन क्षमता के बावजूद, नेपाल दुनिया के सबसे गरीब देशों में से एक है। 2007/2008 के लिए प्रति व्यक्ति आय केवल 470 अमेरिकी डॉलर थी। 1/3 से अधिक नेपाली गरीबी रेखा से नीचे रहते हैं; 2004 में, बेरोजगारी दर चौंकाने वाली 42% थी।

कृषि 75% से अधिक आबादी को रोजगार देती है और सकल घरेलू उत्पाद का 38% उत्पादन करती है। प्राथमिक फसलें चावल, गेहूं, मक्का और गन्ना हैं। नेपाल वस्त्र, कालीन और पनबिजली का निर्यात करता है।
माओवादी विद्रोहियों और सरकार के बीच गृह युद्ध, जो 1996 में शुरू हुआ और 2007 में समाप्त हुआ, ने नेपाल के पर्यटन उद्योग को गंभीर रूप से कम कर दिया।

नेपाल की इतिहास – History of Nepal in Hindi

नेपाल की प्राचीनकालीन इतिहास

पुरातात्विक साक्ष्य से पता चलता है कि नवपाषाणकालीन मानव कम से कम 9,000 साल पहले हिमालय में चले गए थे। पहला लिखित रिकॉर्ड पूर्वी नेपाल में रहने वाले किराती लोगों और काठमांडू घाटी के नेवारों का है। उनके कारनामों की कहानियां लगभग 800 ईसा पूर्व शुरू होती हैं

ब्राह्मणवादी हिंदू और बौद्ध दोनों किंवदंतियां नेपाल के प्राचीन शासकों की कहानियों से संबंधित हैं। ये तिब्बती-बर्मी लोग प्राचीन भारतीय क्लासिक्स में प्रमुखता से शामिल हैं, जो यह सुझाव देते हैं कि करीब 3,000 साल पहले इस क्षेत्र में घनिष्ठ संबंध थे।

नेपाल के इतिहास में एक महत्वपूर्ण क्षण बौद्ध धर्म का जन्म था। लुंबिनी के राजकुमार सिद्धार्थ गौतम (563-483 ईसा पूर्व) ने अपने शाही जीवन को त्याग दिया और खुद को आध्यात्मिकता के लिए समर्पित कर दिया। उन्हें बुद्ध, या “प्रबुद्ध व्यक्ति” के रूप में जाना जाने लगा।

नेपाल की मध्यकालीन इतिहास

चौथी या पांचवीं शताब्दी ईस्वी में, लिच्छवी वंश भारतीय मैदान से नेपाल में चला गया। लिच्छवियों के तहत, तिब्बत और चीन के साथ नेपाल के व्यापार संबंधों का विस्तार हुआ, जिससे सांस्कृतिक और बौद्धिक पुनर्जागरण हुआ। 10वीं से 18वीं शताब्दी तक शासन करने वाले मल्ल वंश ने नेपाल पर एक समान हिंदू कानूनी और सामाजिक संहिता लागू की। उत्तर भारत के उत्तराधिकार के झगड़ों और मुस्लिम आक्रमणों के दबाव में, 18वीं शताब्दी की शुरुआत में मल्ला कमजोर हो गए थे।

शाह वंश के नेतृत्व में गोरखाओं ने जल्द ही मल्लों को चुनौती दी। 1769 में, पृथ्वी नारायण शाह ने मल्लों को हराया और काठमांडू पर विजय प्राप्त की।

नेपाल की आधुनिक इतिहास

शाह वंश कमजोर साबित हुआ। सत्ता संभालने के समय कई राजा बच्चे थे, इसलिए कुलीन परिवारों ने सिंहासन के पीछे की शक्ति होने की होड़ लगाई। वास्तव में, थापा परिवार ने नेपाल को 1806-37 नियंत्रित किया, जबकि राणाओं ने 1846-1951 की सत्ता संभाली।

नेपाल की लोकतांत्रिक इतिहास

1950 में, लोकतांत्रिक सुधारों के लिए जोर देना शुरू हुआ। 1959 में अंततः एक नए संविधान की पुष्टि की गई, और एक राष्ट्रीय सभा निर्वाचित हुई।

1962 में, हालांकि, राजा महेंद्र (आर। 1955-72) ने कांग्रेस को भंग कर दिया और अधिकांश सरकार को जेल में डाल दिया। उसने एक नया संविधान प्रख्यापित किया, जिसने उसे अधिकांश शक्तियाँ लौटा दीं।

1972 में, महेंद्र के बेटे बीरेंद्र ने उनका उत्तराधिकारी बनाया। बीरेंद्र ने 1980 में फिर से सीमित लोकतंत्रीकरण की शुरुआत की, लेकिन आगे के सुधार के लिए सार्वजनिक विरोध और हड़ताल ने 1990 में देश को हिलाकर रख दिया, जिसके परिणामस्वरूप एक बहुदलीय संसदीय राजतंत्र का निर्माण हुआ।

एक माओवादी विद्रोह 1996 में शुरू हुआ, जो 2007 में कम्युनिस्ट जीत के साथ समाप्त हुआ। इस बीच, 2001 में, क्राउन प्रिंस ने राजा बीरेंद्र और शाही परिवार का नरसंहार किया, जिससे अलोकप्रिय ज्ञानेंद्र को गद्दी पर बैठाया गया।

2007 में ज्ञानेंद्र को पद छोड़ने के लिए मजबूर किया गया था, और माओवादियों ने 2008 में लोकतांत्रिक चुनाव जीता था।

FAQs

नेपाल की राजधानी क्या है?
नेपाल की राजधानी काठमांडू है।

नेपाल की जनसँख्या कितनी है?
2021 के अनुमान के मुताबिक नेपाल की जनसंख्या 28,095,714 है।

नेपाल की मुद्रा का नाम क्या है?
नेपाली रुपया।

नेपाल की संसद का क्या नाम है?
नेपाल की संसद का नाम नेशनल असेंबली है।

नेपाल जनसंख्या 2021 में कितनी है?
2021 में नेपाल की जनसंख्या 29,192,480 है यानि की लगभग 3 करोड़ के करीब है।

नेपाल में हिन्दू आबादी कितनी है?
नेपाल में कुल जनसंख्या का 80.3 प्रतिशत हिस्सा हिन्दू धर्म का है।

नेपाल में कब संविधान लागु हुई है?
नेपाल देश का संविधान 20 सितंबर 2015 को संविधान लागू हुई थी।

हमारा अंतिम शब्द

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