Parle-G किस देश की कंपनी है और Parle-G कंपनी का मालिक कौन है

Parle-G किस देश की कंपनी है और Parle-G कंपनी का मालिक कौन है : नमस्कार दोस्तों, आपको स्वागत है हमारे इस Blog पर, जहापर आज हम आपको बताएँगे — “Parle-G किस देश की कंपनी है और Parle-G कंपनी का मालिक कौन है”।

वर्तमान समय में शायद ही ऐसा कोई व्यक्ति होगा जिन्होंने परले कंपनी का नाम या फिर इस कंपनी का कोई प्रोडक्ट ना खाए होंगे।

आप ने बचपन में कभी ना कभी Parle-G बिस्किट तो जरूर खाया होगा। हमारे देश में मध्यम वर्ग में पैदा होने वाला हर एक बच्चा Parle-G का बिस्किट जरूर खाया होगा।

हालांकि मार्केट में कई बिस्कुट की कंपनीया आ गई हैं, जो Parle-G बिस्कुट को टक्कर दे रही हैं, लेकिन ज्यादातर ऐसे लोग हैं

जो Parle-G बिस्कुट को ही खाना पसंद करते हैं क्योंकि पारले एक भरोसेमंद कंपनी हैं और इसे लोग बचपन से खाते आ रहे हैं। आजके Article में आप जानेंगे — Parle-G किस देश की कंपनी है और Parle-G कंपनी का मालिक कौन है।

Parle-G किस देश की कंपनी है और Parle-G कंपनी का मालिक कौन है

Parle-G किस देश की कंपनी है

दोस्तों, Parle प्रोडक्ट्स प्राइवेट लिमिटेड द्वारा निर्मित Parle-G या Parle Glucose बिस्कुट भारत के सर्वाधिक लोकप्रिय बिस्कुटों में से एक है।

Parle-G सबसे पुराने ब्रांड नामों में से एक होने के साथ-साथ भारत में सर्वाधिक बिक्री वाला बिस्कुट ब्रांड भी हैं। 30 जुलाई 2016 को इसकी फैक्ट्री को बंद कर दिया गया l

दशकों तक इस उत्पाद का मोम के कागज (वैक्स पेपर) से निर्मित सफ़ेद और पीले रंग का अति लोकप्रिय रैपर इसकी पहचान बना रहा जिस पर एक छोटी लड़की को दिखाया गया था। नकली कंपनियां लगभग समान पैकेज डिजाइन और समान नामों किन्तु निम्न गुणवत्ता वाले उत्पादों को बेचने का प्रयास करती रही हैं।

कंपनी का नारा है, “G” का मतलब Genius (प्रतिभाशाली)। “Parle-G” नाम को उपनगरीय रेल स्टेशन विले पार्ले से लिया गया है जो स्वयं पार्ले नामक पुराने गांव पर आधारित है (उसके निकट में इर्ले नामक एक क्षेत्र भी है

जहां पार्ले एग्रो उत्पादन कारखाना आधारित है). पार्ले के पार्ले जी के अलावा क्रेक-ज्रेक, मेनीको ओर पार्ले मेजीक भी बाजार में उपल्बध है। तो चलिए दोस्तों जानते है

— Parle-G किस देश की कंपनी है और Parle-G कंपनी का मालिक कौन है।

Parle-G किस देश की कंपनी है – Parle-G Kis Desh ki Company Hai

Parle-G भारत देश की कंपनी हैं और इसका मुख्यालय इंडिया कंट्री के मुंबई शहर में स्थित हैं। Parle-G एक प्रशिद्ध मल्टीनेशनल कंपनी हैं, जो अपना सर्विस पुरे दुनिया में देती हैं। इसलिए Parle-G कंपनी का वैश्विक मार्केट हिस्सेदारी 2019 में 7% थी,

जो 2020 में बढ़कर 50% हो गई हैं और यह बीश्व का सबसे अधिक बिकने वाला बिस्कुट कंपनी बन चुकी हैं। इतना ही नही, Parle-G साल 2013 में भारत का पहला खुदरा बिक्री में ₹5,000 करोड़ का आंकड़ा पार करने वाला FMCG ब्रांड बन गया था।

Parle-G बिस्कुट को पारले प्रोडक्ट्स की कंपनी बनाती हैं, जिसे शॉर्ट ने Parle भी कहते हैं। इस कंपनी का सबसे लोकप्रिय प्रोडक्ट Parle-G बिस्कुट हैं

और यही इसकी पहचान हैं। Parle प्रोडक्ट्स बिस्कुट केटेगरी में Parle-G बिस्कुट के अलावा 20-20 Cookies, Happy Happy, Hide & Seek, Krackjack, Magix Creme, Milano और Monaco जैसे बिस्कुट बनाती हैं। इसके अलावा भी Parle प्रोडक्ट्स कई प्रकार की प्रोडक्ट बनाती हैं।

Parle-G कंपनी का मालिक कौन है – Parle-G Company ka Malk Koun Hai

Parle-G कंपनी का मालिक मोहनलाल दयाल चौहान (Mohanlal Dayal Chauhan) हैं। Parle-G कंपनी की शुरुआत 1929 में मुंबई के विले पार्ले में सिर्फ 12 लोगों के साथ शुरुआत की गई थी

जिनमें से सभी 12 लोग मोहनलाल दयाल चौहान के रिस्तेदार ही थे। पर इन सब ने दिन-रात की मेहनत से कंपनी को इस मुकाम पर ले आया कि आज पूरे देश में इनका नाम है।

Parle-G कंपनी की नीव सन 1929 में अंग्रेजों के समय में ही रखा गया था और इस कंपनी के संस्थापक मोहनलाल दयाल चौहान हैं, बता दे कि पारले जी कंपनी अपने शुरुआती दिनों में कैंडी तक ही सीमित थी

यह कंपनी सस्ते दामों पर गरीबों के लिए कैंडी बनाने का काम करती थी बाद में कंपनी ने मुनाफा कमाया और देखते ही देखते बिस्किट नमकीन आदि जैसे एग्रो प्रोडक्ट आज पार्ले कंपनी बनाती है। पर इन सब का सारा स्रेह मोहनलाल दयाल चौहान को ही जाता है

जिन्होंने उस समय भारत के गरीब लोगों के लिए सोचा जिस समय अंग्रेजों का शासन हमारे देश भारत पर चलता था

मोहन लाल दयाल चौहान ने 1929 में जर्मनी जाकर वहां कैंडी बनाने का काम सीखा और ₹60,000 की लागत से इन्होंने जर्मनी से कैंडी बनाने का मशीन अपने साथ लेकर आए बाद में मुंबई में बिरला परला मैं स्थित पुरानी फैक्ट्री को खरीद कर 12 कर्मचारियों के साथ उन्होंने पार्ले कंपनी की शुरुआत की शुरुआती समय में कंपनी सिर्फ कैंडी बनाने का काम कर रही थी

जिसमें कंपनी को अच्छा फायदा हुआ जिसके बाद कंपनी बिस्किट नमकीन जैसे प्रोडक्ट बनानी शुरू कर दी उस समय यह भारत की एकमात्र कंपनी थी जो सस्ते दामों पर कैंडी बिस्किट आदि जैसे प्रोडक्ट बना रही थी।

Parle-G बिस्किट की कुछ रोचक बातें

  • मात्र एक वर्ष में उत्पादित सभी पारले-जी पैकेटों को पृथ्वी की परिधि के चारों ओर रखने पर आप 192 बार पृथ्वी का चक्कर लगा सकते है।
  • दुनिया के किसी न किसी हिस्से में 4551 लोग हर सेकेंड पारले-जी बिस्किट का आनंद ले रहे होंगे।
  • Parle-G दुनिया का सबसे ज्यादा बिकने वाला बिस्किट है।
  • 2013 में, Parle-G खुदरा बिक्री में ₹5000 करोड़ का आंकड़ा पार करने वाला भारत का पहला FMCG बिस्किट ब्रांड बन गया था।
  • दुनिया भर में हर महीने लगभग 1 अरब पारले-जी पैकेट का उत्पादन होता है।
  • यदि अपने अगल बगल parle G के पैकेट का ढेर लगाया जाए, तो यह पृथ्वी और चंद्रमा के बीच 7.25 लाख किमी की दूरी को कवर करने में सक्षम होगा!
  • वैसे तो चीन पूरी दुनिया अपने सामान बेचने के लिए जाना जाता है लेकिन आपको ये जान कर हैरानी होगी की पारले-जी चीन में बिकने वाले सभी बिस्किट ब्रांड से ज्यादा बिकता है।
  • पारले जी बिस्कुट समाज का हर वर्ग चाहे वो गरीब हो या करोडपति, चाहे वो बच्चा हो या बूढ़ा, हर कोई खाता है।
  • 2009-10 के आंकड़ों पर गौर करें तो पारले-जी की बिक्री दुनिया के चौथे सबसे बड़े बिस्कुट उपभोक्ता मुल्क चीन से भी ज्यादा है।
  • वीकिपीडिया के मुताबिक नीलसन सर्वे की मानें तो पारले जी विश्व में सर्वाधिक बिक्री वाला बिस्कुट है। भारत के ग्लूकोज बिस्कुट श्रेणी के 70% बाजार पर इसका कब्जा है, इसके बाद नंबर आता है ब्रिटानिया के टाइगर (17-18%) और आईटीसी के सनफीस्ट (8-9%) का।
  • पारले प्रोडक्ट्स प्राइवेट लिमिटेड द्वारा निर्मित पार्ले-जी या पार्ले ग्लूकोज बिस्कुट भारत के सर्वाधिक लोकप्रिय बिस्कुटों में से एक हैं। पार्ले-जी सबसे पुराने ब्रांड नामों में से एक होने के साथ-साथ भारत में सर्वाधिक बिक्री वाला बिस्कुट ब्रांड भी है।
  • भारत से बाहर पारले-जी यूरोप, ब्रिटेन, अमेरिका, कनाडा, आदि में भी उपलब्ध है। पारलेजी अकेला ऐसा बिस्कुट होता है जो कि गांवों से लेकर शहरों तक में एक ही रेट से बिकता है और दोनों जगह ही इसकी लोकप्रियता एक समान है।
  • आज पारले जी बिस्कुट 4 रूपये से लेकर 50 रूपये तक आता है लेकिन सबसे ज्यादा बिकने वाले पैकट 4 रूपये वाला ही है।
  • पारले कंपनी और भी बहुत सारी चीजें बनाती हैं जैसे कि सॉस, टॉफी, केक लेकिन इन सब का मार्केट बिस्कुट के आगे फेल है।
  • अक्सर इस बिस्कुट के पैकेट पर छपी बच्चे की फोटों के बारे में चर्चा होती रहती है कि आखिर यह बच्चा कौन है? कुछ दिनों पहले इसे नीरू देशपांडे के बचपन की फोटो बतायी गई लेकिन नहीं दोस्तों यह फोटो किसी मॉडल या सेलिब्रेटी की नहीं बल्कि एक ऐनिमेटड पिक्चर है जिसका निर्माण 1979 में किया गया था।

हमारा अंतिम शब्द

तो दोस्तों आसा करता हु की आपको हमारे दिया गया जानकारी (Parle-G किस देश की कंपनी है और Parle-G कंपनी का मालिक कौन है) आपको पसंद आया होगा. अगर आपको पसंद आये तो हमें नीच Comments करके बताये और अपने दोस्तों के साथ और Social Media Platforms पर Share जरूर करे. धन्यवाद!

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