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उदयपुर का क्षेत्रफल कितना है – Udaipur ka Kshetrafal Kitna Hai

By Proud Skill

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उदयपुर का क्षेत्रफल कितना है – Udaipur ka Kshetrafal Kitna Hai : नमस्कार दोस्तों, आपको स्वागत है हमारे इस Blog पर, जहापर आज हम आपको बताएँगे “उदयपुर का क्षेत्रफल कितना है – Udaipur ka Kshetrafal Kitna Hai”। उदयपुर भारत के राजस्थान राज्य का एक जिला है। इस जिले का मुख्यालय उदयपुर में स्थित है। यह राजस्थान के दक्षिण हिस्से में स्थित है। इस जिले के उत्तर में राजसमंद जिला, पूर्व में चित्तौड़गढ़ जिला, दक्षिण पूर्व में प्रतापगढ़ जिला, दक्षिण में डूंगरपुर जिला, दक्षिण पश्चिम में गुजरात तथा पश्चिम व उत्तर पश्चिम में सिरोही और पाली जिले स्थित है।

स्वतंत्र भारत में उदयपुर जिले की स्थापना से पहले, यह पूर्व मेवाड़ या उदयपुर राज्य का एक हिस्सा था, जिसमें पूर्व राज्य के आधे से भी कम हिस्से शामिल थे।[3] 1948 में संयुक्त राज्य राजस्थान के गठन के साथ, गिरवा, खमनौर, राजनगर, भीम, मगरा, खेरवाड़ा और कुंभलगढ़ के तत्कालीन जिले के कुछ हिस्सों के साथ-साथ नाथद्वारा, कांकरोली, सलुम्बर (सराड़ा तहसील को छोड़कर), भिंडर, कानोड़, बंसी, बड़ी सादड़ी, आमेट, सरदारगढ़, देवगढ़ और गोगुन्दा को मिलाकर उदयपुर जिला बनाया गया। आज हम जानेंगे — उदयपुर का क्षेत्रफल कितना है – Udaipur ka Kshetrafal Kitna Hai

उदयपुर भारत में कहाँ पर है

उदयपुर जिला राजस्थान में है जो की भारत के राज्यो में पश्चिमी तरफ है, उदयपुर जिला राजस्थान में दक्षिण की तरफ का जिला है इसकी सीमाएं दस्खिन पश्चिम में गुजरात राज्य से मिलती है, उदयपुर के अक्षांस और देशांतर क्रमशः 24 डिग्री 58 मिनट उत्तर से 73 डिग्री 69 मिनट पूर्व तक है, उदयपुर की समुद्रतल से ऊंचाई 600 मीटर है, उदयपुर जयपुर से 393 किलोमीटर दक्षिण की तरफ है और देश की राजधानी दिल्ली से भी 663 किलोमीटर दक्षिण की तरफ ही है।

उदयपुर का क्षेत्रफल कितना है – Udaipur ka Kshetrafal Kitna Hai

उदयपुर का क्षेत्रफल कितना है

उदयपुर जिले का क्षेत्रफल 11,724 वर्ग किलोमीटर है। जिले की विशेषता पहाड़ी इलाके, पश्चिम और दक्षिण में पहाड़ियों, उत्तर में एक ऊंचा पठार और पूर्व में मैदानी इलाकों से है। जिले का पश्चिमी भाग साबरमती, वकल और सेई नदियों द्वारा बहाया जाता है, जबकि जिले का दक्षिणपूर्वी भाग जाखम, गोमती और सोम नदियों द्वारा निकाला जाता है। उदयपुर जिला उत्तर पश्चिम में अरावली रेंज से घिरा है , जिसके पार सिरोही और पाली जिले हैं । यह उत्तर में राजसमंद जिले से , पूर्व में चित्तौड़गढ़ जिले और प्रतापगढ़ जिले से , दक्षिण में डूंगरपुर जिले से और दक्षिण-पश्चिम में गुजरात राज्य से घिरा है।

1951-61 के दशक की अवधि के दौरान, जिले में दो नई तहसीलों – नाथद्वारा और गोगुन्दा – का निर्माण किया गया। 1991 में, उदयपुर जिले की सात तहसीलों (भीम, देवगढ़, आमेट, कुंभलगढ़, राजसमंद, नाथद्वारा और रेलमगरा) को राजसमंद के नए जिले के निर्माण के लिए उदयपुर जिले से बाहर स्थानांतरित कर दिया गया था। तब से, मौजूदा तहसीलों का पुनर्गठन या विभाजन करके कई नई तहसीलें बनाई गई हैं; ऐसी नई तहसीलों में 2008 में बनाए गए ऋषभदेव और लसाडिया, 2012 में बड़गांव, 2017 में भिंडर और 2018 में कानोड़ शामिल हैं।

अरावली रेंज के रूप में महाद्वीपीय वाटरशेड, जिले से होकर गुजरता है, जिले का उत्तरपूर्वी हिस्सा बंगाल की खाड़ी में बहता है और दक्षिण-पश्चिमी भाग खंभात की खाड़ी में बहता है । जिले का 47% क्षेत्र माही बेसिन में, 30% साबरमती बेसिन में और 23% बनास बेसिन में स्थित है। जिले की औसत वार्षिक वर्षा 367 मिमी है।

एक नजर में उदयपुर जिला

• क्षेत्र / स्थान — उदयपुर (Udaypur)
• राज्य — राजस्थान
• उदयपुर की स्थापना – महाराणा उदय सिंह ने 1559 में
• गठन — 1948
• मुख्यालय — उदयपुर
• अक्षांश – देशांतर — 24.5854 डिग्री नं, 73.7125 डिग्री ई
• क्षेत्रफल — 11,724 बर्गकिमी
• ऊंचाई — 600 मीटर (2,000 फीट)
• भाषा (प्रचलित) — हिन्दी, मेवाड़ी
• जनसंख्या — 451,735
• पुरुषो की संख्या – 1566801
• महिलाओ की संख्या – 1501619
• घनत्व — 260 / बर्गकिमी (630 / वर्ग मील)
• लिंगानुपात — 958/1000
• साक्षरता दर — 90.43%
• विकास दर — 24.27%
• तहसील की संख्या — 1 1
• गांवों की संख्या — 24 9 6
• बिधानसभा — 7
• लोकसभा — 1
• नदी — बनास, चंबल और यमुना
• प्रसिद्ध स्थल — उदयपुर के सिटी पैलेस, बोगोर की हवेली, एकलिंगजी मंदिर, जगदीश मंदिर, श्रीनाथजी मंदिर, मॉनसून पैलेस, चेतक स्मारक, महाराणा प्रताप मेमोरियल, फतेह प्रकाश पैलेस, क्रिस्टल गैलरी, प्रजापति संगीत वाद्ययंत्र, सुखदािया सर्कल फाउंटेन.
• आधिकारिक वेबसाइट — Http://www.udaipur.rajasthan.gov.in/content/raj/

उदयपुर जिले में कितने गांव है

उदयपुर में 2428 गांव है, और ये सभी गांव जिले की 11 तहसीलों के अंदर आते है। तहसील के नाम के साथ ग्रामो की संख्या इस प्रकार से है —

• गिरवा तहसील — 322 गांव
• गोगुन्दा तहसील — 228 गांव
• झाड़ोल तहसील — 277 गांव
• खेरवार तहसील — 187 गांव
• कोटरा तहसील — 253 गांव
• लसाडिया तहसील — 113 गांव
• मावली तहसील — 178 गांव
• ऋषभदेव तहसील — 123 गांव
• सलूम्बर तहसील — 23 गांव
• सारदा तहसील — 193 गांव
• वल्लभनगर तहसील — 293 गांव है।

उदयपुर जिले में विधान सभा की सीटें

उदयपुर जिले में 7 विधान सभा सीटें है, इन 7 विधानसभा क्षेत्रो के नाम 1. झड़ोल (एसटी) 2. खेरवाड़ा (एसटी) 3. उदयपुर ग्रामीण (एसटी) 4. उदयपुर 5. मावली 6. वल्लभनगर 7. सैल्म्बर (एसटी), इन 7 विधान सभा क्षेत्रो में 4 विधानसभा सीट अनुसूचित जन जाती के लोगो के लिए आरक्छित है।

उदयपुर में कितनी तहसील है

उदयपुर में 11 तहसीलें है। इन 11तहसीलों के नाम इस प्रकार है —

1. गिरवा
2. गोगुन्दा
3. झाड़ोल
4. खेरवार
5. कोटरा
6. लसाडिया
7. मावली
8. ऋषभदेव
9. सलूम्बर
10. सारदा
11. वल्लभनगर

उदयपुर की इन 11 तहसीलों को हम ग्रामो की संख्या के आधार पर बड़ा और छोटा मान सकते है, जैसे ग्रामो की संख्या के आधार पर गिरवा तहसील सबसे बड़ी तहसील है और लसाडिया तहसील सबसे छोटी तहसील है।

उदयपुर की जनसंख्या कितनी है

अनुसार करने के लिए 2011 की जनगणना के उदयपुर जिले में एक है जनसंख्या 3,068,420 की, मोटे तौर पर राष्ट्र के बराबर ओमान या, अमेरिकी राज्य आयोवा। यह भारत में इसे 118वां स्थान देता है (कुल 640 में से )। जिले का जनसंख्या घनत्व 260 निवासी प्रति वर्ग किलोमीटर (630/वर्ग मील) है। 2001 – 2011 के दशक में इसकी जनसंख्या वृद्धि दर 23.66% थी। उदयपुर एक है लिंग अनुपात 958 की महिलाओं हर 1000 पुरुषों के लिए और एक साक्षरता दर 62.74% की।

भारत की 2011 की जनगणना के समय , जिले की 77.68% आबादी हिंदी , 19.23% भीली, 1.96% पंजाबी, 0.67 % उर्दू और 0.45% सिंधी अपनी पहली भाषा बोलती थी।

इन क्षेत्रों में बड़ी जनजातीय आबादी के कारण जिले के कई क्षेत्रों को अनुसूचित क्षेत्रों के रूप में वर्गीकृत किया गया है। जिले में अनुसूचित क्षेत्रों की पूरी तहसील में शामिल कोट्रा , झाड़ोल , Lasadiya, Salumber, शारदा, Kherwara , Rishabhdeo , और Gogunda , और Girwa, मावली के कुछ भागों, और Vallabhnagar तहसीलों। जिले के 2,479 गांवों में से 1,945गांवों (78%) को आदिवासी उप-योजना के तहत डिजाइन किया गया है।

उदयपुर जिला की अर्थव्यवस्था कैसे है

उदयपुर जिले की अर्थव्यवस्था मुख्य रूप से कृषि पर निर्भर है, जिसमें जिले के 61.7 प्रतिशत श्रमिक किसान या खेतिहर मजदूर के रूप में कार्यरत हैं। 2006 में पंचायती राज मंत्रालय ने उदयपुर को देश के 240 सबसे पिछड़े जिलों में से एक (कुल 640 में से) नामित किया। यह राजस्थान के बारह जिलों में से एक है जो वर्तमान में पिछड़ा क्षेत्र अनुदान निधि कार्यक्रम (BRGF) से धन प्राप्त कर रहा है। उदयपुर जिला खनिज संसाधनों में समृद्ध है, और संयुक्त राज्य के बाकी हिस्सों की तुलना में खनिजों का अधिक मूल्य पैदा करता भी है। जिले में पाए जाने वाले महत्वपूर्ण धातु खनिज तांबा, सीसा, जस्ता और चांदी के हैं। जिले में पाए जाने वाले महत्वपूर्ण गैर-धातु खनिज रॉक फॉस्फेट, अभ्रक, चूना पत्थर और संगमरमर हैं।

उदयपुर की प्रसिद्ध दर्शनीय स्थल

• जयसमंद झील
• गुलाब बाग़ और चिड़ियाघर
• सहेलियों की बाड़ी
• एकलिंग जी मंदिर
• बड़ा महल
• महाराणा प्रताप स्मारक
• शिल्प ग्राम
• नेहरू गार्डन
• भारतीय लोक कला म्यूजियम
• अम्ब्राई घाट
• हाथी पोल बाजार
• पिछोला झील
• सिटी पैलेस
• सज्जनगढ़ पैलेस
• फतेहसागर झील –
• विन्टेज कार म्यूजियम
• जगदीश मंदिर
• दूध तलाई म्युजिकल गार्डन

उदयपुर की इतिहास

मेवाड़ की राजधानी उदयपुर की स्थापना 1559 में महाराणा उदयसिंह ने की। किन्तु तिथि को लेकर इतिहासकारों के अलग-अलम मत हैं। कुछ इतिहासकार हिन्दू कैलेंडर के अनुसार उदयपुर की स्थापना आखातीज के दिन मानते हैं तो कुछ का कहना है कि उदयपुर की स्थापना पंद्रह अप्रैल 1553 में ही हो गई थी। जिसके प्रमाण उदयपुर(राजस्थान) के मोतीमहल में मिलते हैं। जिसे उदयपुर का पहला महल माना जाता है जो अब खंडहर में तब्दील हो चुका है, जिसकी सुरक्षा मोतीमगरी ट्रस्ट कर रहा है। महाराणा उदय सिंह द्वितीय, जो महाराणा प्रताप के पिता थे, चित्तौडग़ढ़ दुर्ग से मेवाड़ का संचालन करते थे। उस समय चित्तौडग़ढ़ निरन्तर मुगलों के आक्रमण से घिरा हुआ था। इसी दौरान महाराणा उदयसिंह अपने पौत्र अमरसिंह के जन्म के उपलक्ष्य में मेवाड़ के शासक भगवान एकलिंगजी के दर्शन करने कैलाशपुरी आए थे। उन्होंने यहां आयड़ नदी के किनारे शिकार के लिए डेरे डलवाए थे। तब उनके दिमाग में चित्तौडग़ढ़ पर मुगल आतताइयों के आक्रमण को लेकर सुरक्षित जगह राजधानी बनाए जाने का मंथन चल रहा था।

इसी दौरान उन्होंने एक शाम अपने सामंतों के समक्ष उदयपुर नगर बसाने का विचार रखा। जिसका सभी सामंत तथा मंत्रियों ने समर्थन किया। उदयपुर की स्थापना के लिए वह जगह तलाशने पहुंचे तब उन्होंने यहां पहला महल बनवाया, जिसका नाम मोती महल दिया, जो वर्तमान मोती मगरी पर खंडहर के रूप में मौजूद है। जिसको लेकर कई इतिहासकारों का मानना है कि मोतीमहल उदयपुर का पहला महल है और एक तरह से इस के निर्माण के साथ ही उदयपुर नगर की स्थापना शुरू हुई। स्थापना का दिन पंद्रह अप्रेल 1553 था और उस दिन आखातीज थी।

बाकी इतिहासकार भी यह मानते हैं कि उदयपुर की स्थापना आखातीज के दिन हुई है, लेकिन यह तिथि पंद्रह अप्रैल 1553 है इसको लेकर कोई शिलालेख या प्रमाण मौजूद नहीं हैं।

इतिहासकारों की मानें तो एक बार महाराणा उदयसिंह मोतीमहल में निवास कर रहे थे, तभी वह शिकार की भावना से खरगोश का पीछा करते हुए उस जगह पहुंचे जहां राजमहल मौजूद हैं। तब उदयुपर में फतहसागर नहीं था और वह एक सहायक नदी के रूप में था। वहां एक योगी साधु धूणी रमाए बैठे थे। साधु जगतगिरी से उनकी मुलाकात हुई और महाराणा के दिल का हाल जानकार साधु ने धूणी की जगह पर राज्य बसाने का सुझाव दिया, जिसे महाराणा ने मान लिया।

यह बात सन 1559 की थी। जिस पहाड़ी की चोटी पर महल का निर्माण कराया गया, वह समूचे शहर से दिखाई देता है। जहां अलग-अलग काल में महाराणाओं ने राजमहल का निर्माण कराया। बाद में सरदार, राव, उमराव और ठिकानों के लोग भी राजमहल के पास बसाए गए। जिनकी हवेलियां भी राजमहल के इर्द-गिर्द मौजूद हैं। इतिहासकार जोगेंद्र राजपुरोहित बताते हैं कि पंद्रह अप्रेल को इस तरह उदयपुर शहर की स्थापना हुई।

FAQs

उदयपुर जिले में विधानसभा क्षेत्र कितने है?
उदयपुर जिले में विधानसभा क्षेत्र 7 है।

उदयपुर जिले में लोकसभा क्षेत्र कितने है?
उदयपुर जिले में लोकसभा क्षेत्र 1 है।

उदयपुर जिले का लिंगानुपात कितना है?
उदयपुर जिले का लिंगानुपात 958/1000 है।

उदयपुर जिले की साक्षरता कितनी है?
उदयपुर जिले की साक्षरता 61.82% है।

उदयपुर जिले का जनसँख्या घनत्व कितना है?
उदयपुर जिले का जनसँख्या घनत्व 260/वर्ग किमी है।

उदयपुर जिले का क्षेत्रफल कितना है?
उदयपुर जिले का क्षेत्रफल 11,724 वर्ग किमी है।

उदयपुर जिले की जनसँख्या कितनी है?
उदयपुर जिले की जनसँख्या 3,068,420 है।

उदयपुर राजस्थान के किस हिस्से में स्थित है?
उदयपुर राजस्थान के दक्षिण हिस्से में स्थित है।

उदयपुर भारत के किस राज्य का एक जिला है?
उदयपुर भारत के राजस्थान राज्य का एक जिला है।

उदयपुर जिले का मुख्यालय कहाँ स्थित है?
उदयपुर जिले का मुख्यालय उदयपुर में स्थित है।

हमारा अंतिम शब्द

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