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पश्चिम बंगाल का राजधानी क्या है – Paschim Bengal ki Rajdhani Kya Hai

By Proud Skill

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पश्चिम बंगाल का राजधानी क्या है – Paschim Bengal ki Rajdhani Kya Hai : नमस्कार दोस्तों, आपको स्वागत है हमारे इस Blog पर, जहापर आज हम आपको बताएँगे “पश्चिम बंगाल का राजधानी क्या है – Paschim Bengal ki Rajdhani Kya Hai”। भारत एक विशाल देश है। क्षेत्रफल की दृष्टि से भारत दुनिया का सातवा सबसे बड़ा देश है। पश्चिम बंगाल भारत देश के पूर्वी भाग में स्थित एक सुन्दर सा राज्य है। यहाँ पर विश्व प्रसिद्ध हावड़ा ब्रिज है।

साथ ही भारत के कई महापुरुष बंगाल की धरती से आए है। उनके नाम कुछ इस प्रकार है – नेताजी सुभाष चन्द्र बोस, सत्यजित राय, श्यामा प्रसाद मुख़र्जी, रविन्द्र नाथ टेगोर तथा स्वामी विवेकानंदजी और न जाने कितने महान हस्तियों इस भूमि में जन्म लिया। आज इस आर्टिकल में पश्चिम बंगाल का राजधानी क्या है – Paschim Bengal ki Rajdhani Kya Hai. ओर इसके बारेमें बहुत कुछ बताने जराहे है। तो चलिए शुरू करते है।

पश्चिम बंगाल का राजधानी क्या है – Paschim Bengal ki Rajdhani Kya Hai

पश्चिम बंगाल का राजधानी क्या है

पश्चिम बंगाल, भारत के पूर्व में स्थित बंगाल की खाड़ी के तट पर स्थित एक राज्य है। पश्चिम बंगाल जनसंख्या के हिसाब से भारत का चौथा सबसे बड़ा राज्य है। इसकी राजधानी “कोलकाता” है जिसे आज भी कुछ लोग इस के पुराने नाम कलकत्ता से जानते हैं। कोलकाता के वर्तमान मेयर फिरहद हकीम है। कोलकाता का क्षेत्रफल 205 वर्ग किलोमीटर है। 2011 की जनगणना के अनुसार कोलकाता की जनसंख्या 4,496,694 है, अर्थात जनसंख्या के हिसाब से कोलकाता, भारत का सातवा (7th) सबसे बड़ा शहर है।

कोलकाता, ‘द सिटी ऑफ जॉय’, जिसे पहले कलकत्ता के नाम से जाना जाता था, भारत के सबसे बड़े शहरों में से एक है। यह शहर हुगली (Hooghly) नदी के पूर्वी तट पर स्थित है, जो कभी बंगाल की खाड़ी के सिर head से लगभग 96 मील (154 किमी) ऊपर की ओर गंगा (गंगा) नदी का मुख्य चैनल था। यह बात बहुत ही दिलचस्प है कि इससे पहले, कलकत्ता शहर वर्ष 1772 में ब्रिटिश शासन के दौरान भारत की राजधानी था।

कोलकाता कब पश्चिम बंगाल का राजधानी बने?

कोलकाता जो की भारत पेहला राजधानी हुआ करता था, 1947 में, जब भारत को स्वतंत्रता मिली, बंगाल का विभाजन हुआ और कलकत्ता भारत में पश्चिम बंगाल राज्य की राजधानी बन गया। डॉ. प्रफुल्ल चंद्र घोष 15 अगस्त, 1947 को पश्चिम बंगाल के पहले मुख्यमंत्री बने।

पश्चिम बंगाल के पडोसी राज्य और देश

पश्चिम बंगाल के पूर्व में बांग्लादेश और उत्तर में नेपाल और भूटान की सीमा में है। यह भारतीय राज्यों ओडिशा, झारखंड, बिहार, सिक्किम और असम की सीमा से  लगाता है। पश्चिम बंगाल में दार्जिलिंग हिमालयी पहाड़ी क्षेत्र, गंगा डेल्टा, रारह क्षेत्र और तटीय सुंदरवन शामिल हैं। राज्य का मुख्य जातीय समूह बंगाली हैं, जिसमें बंगाली हिंदू बहुमत हैं।

पश्चिम बंगाल का मुख्य और सबसे बड़ा शहर कोलकाता है. इसके वाला यहाँ पर बहुत अच्छे स्थान है घुमाने के लिए।

कोलकाता नाम कैसे हुआ?

जानकारों में कोलकाता के नाम के उद्भव के बारे में कुछ विवाद रहे हैं कुछ लोगों का मानना है कि कोलकाता शब्द का अर्थ काली देवी की जमीन है, वहीं कुछ लोगों का मानना है कि कोलकाता शब्द का उद्गम बंगाली शब्द किलकिला से हुआ है जिसका अर्थ होता है समतल जमीन, वहीं कुछ लोगों का मानना है कि इसका जन्म बंगाली शब्द खाल से हुआ है जिसका अर्थ होता है नहर। इन सभी मान्यताओं में से चाहे जो भी सच हो परंतु इस बात से इंकार नहीं किया जा सकता कि कोलकाता शब्द का उद्भव बंगाली भाषा में ही हुआ है।

कलकत्ता कब बदल कर कोलकाता हुआ (When Calcutta turned into Kolkata in Hindi)

जनवरी 2001 को, कलकत्ता को आधिकारिक तौर पर कोलकाता का नाम दिया गया और 24 अगस्त, 1686 को 2003 में उच्च न्यायालय के आदेश से पहले कोलकाता के स्थापना दिवस के रूप में मनाया गया।

कोलकाता ब्रिटिश शासक का राजधानी कैसे बने?

  • ब्रिटिश राज की विस्तार योजनाओं (expansion plans) के परिणामस्वरूप कलकत्ता की स्थापना वर्ष 1686 में हुई थी।
  • 24 अगस्त, 1686 को, जॉब चारनॉक, जिसे कलकत्ता का संस्थापक माना जाता था, पहली बार एक कारखाना स्थापित करने के लिए ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी के प्रतिनिधि के रूप में सुतनुती गांव आया था।
  • इस शहर में कालीकट, गोबिंदपुर और सुतनुती के तीन गांव शामिल थे, जो 16वीं, 17वीं और 18वीं शताब्दी में महत्वपूर्ण व्यापारिक केंद्रों के रूप में कार्य करते थे।
  • 1772 में, जब कलकत्ता को ब्रिटिश भारत की राजधानी के रूप में घोषित किया गया था, भारत के ब्रिटिश गवर्नर-जनरल के पहले और सबसे प्रसिद्ध वॉरेन हेस्टिंग्स ने मुगल काल के दौरान बंगाल की पूर्व राजधानी मुर्शिदाबाद से सभी महत्वपूर्ण कार्यालयों को कलकत्ता स्थानांतरित कर दिया था।
  • कलकत्ता में लड़ाई का अंत 1774 में सर्वोच्च न्यायालय (Supreme Court) की स्थापना का गवाह बना, जिसने इसे न्याय का आधार बना दिया।
  • 1820 और 1930 के बीच की अवधि में राष्ट्रवाद के बीजों का उदय हुआ जब लॉर्ड कर्जन ने मजबूत भारतीय राष्ट्रवादी विरोध के बावजूद 1905 में बंगाल का विभाजन किया।
  • 1911 में, राजधानी को कलकत्ता (अब कोलकाता) से दिल्ली स्थानांतरित कर दिया गया और पूर्व और पश्चिम बंगाल को फिर से मिला दिया गया।

कोलकाता का दर्शानीय पर्यटन स्थल

ऐतिहासिक रूप से महत्वपूर्ण शहर होने के साथ ही साथ कोलकाता पर्यटकों के आकर्षण का भी केंद्र बना रहता है। Howrah Bridge एक ऐसा ही पर्यटकों को आकर्षित करने वाली जगह है, हावड़ा ब्रिज के बारे में कहा जाता है कि यह ना सिर्फ कोलकाता बल्कि National Heritage के लिए भी बहुत महत्वपूर्ण है। इस ब्रिज को कई लोग रवींद्र सेतु (Rabindra Setu) के नाम से भी जानते हैं, जो नाम इस ब्रिज को गुरु रविंद्र नाथ टैगोर के नाम पर दिया गया है। जोड़ासाँको ठाकुरबाड़ी, गुरु रविंद्र नाथ टैगोर के दादा राजा द्वारकानाथ टैगोर का यह घर भी पर्यटकों में काफी मशहूर है। खाने के शौकीनों के बीच में पार्क स्ट्रीट अपनी एक अलग ही जगह रखती है।

पर्यटकों को पसंद आने वाली एक और जगह इंडियन म्यूजियम है इस म्यूजियम की शुरुआत 1814 में हुई यह म्यूजियम भारत का सबसे पुराना म्यूजियम होने के साथ ही साथ भारत का सबसे बड़ा म्यूजियम भी है। ब्रिटिश राज लंबे समय तक भारत में कोलकाता से अपना राज चलाता रहा इसी दौरान कई इमारतें बनी जो आज भी बहुत महत्वपूर्ण है इन्हीं इमारतों में से एक विक्टोरिया मेमोरियल है जो हुगली नदी के तट पर स्थित है इसका निर्माण 1901 में शुरू हुआ और 1921 में जाकर खत्म हुआ। ऐसा माना जाता है कि भारत में क्रिकेट एक धर्म है, क्रिकेट अगर एक धर्म है तो ईडन गार्डन इसका एक तीर्थ स्थल है, ईडन गार्डन कोलकाता में स्थित ऐतिहासिक महत्व का क्रिकेट ग्राउंड है।

ईडन गार्डन भारत का सबसे बड़ा एवं दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा ग्राउंड है। ऐतिहासिक शहर होने के कारण हर गली मोहल्ले में इतिहास का कोई ना कोई हिस्सा आज भी जी रहा है इसीलिए कोलकाता के प्रत्येक पर्यटक क्षेत्र का वर्णन करना लगभग असंभव है फिर भी हमने स्तर पर पूरी कोशिश की है कि कोलकाता के बारे में आप सब कुछ जान सके।

कोलकाता में विक्टोरिया मेमोरियल, हावड़ा पुल, फोर्ट विलियम, ईडन गार्डन, बेलूर मठ, बिरला तारामंडल, दक्षिणेश्वर काली मंदिर, कालीघाट, विज्ञान नगरी, अजायबघर, चिड़ियाघर, भारतीय संग्रहालय, सेंट पॉल केथेड्रल, नाखोदा मस्जिद, मार्बल पैलेस, पारसनाथ जैन मंदिर, मदर टेरेसा होम्स, बोटैनिकल गार्डन आदि स्थानों में घूमा जा सकता है.

FAQ

कोलकाता किस राज्य की राजधानी है ?
कोलकाता पश्मित बंगाल की राजधानी है ।

कोलकाता कहाँ स्थित है ?
कोलकाता पश्चिम बंगाल में स्थित है और यह एक महानगर है ।

कोलकाता को और किस नाम से जाना जाता है ?
कोलकाता को “City of Joy” नाम से भी जाना जाता है । इसके अलावा इसे “पूर्वी भारत का प्रवेश द्वार”, महलों का शहर, पूरब का मोती भी कहा जाता है ।

ब्रिटिश शासन के दौरान भारत की राजधानी कौन थी?
ब्रिटिश शासन के दौरान 1912 तक कोलकाता भारत की राजधानी थी ।

कोलकाता किस नदी के किनारे बसा हुआ है?
कोलकाता हुगली (Hooghly) नदी के बाएं तट पर बसा हुआ है ।

कोलकाता शहर का नाम कोलकाता कैसे पड़ा?
हिन्दुओं की देवी “काली” के नाम पर इस शहर का नाम कोलकाता पड़ा।

आधिकारिक रूप से कोलकाता नाम कब रखा गया?
1 जनवरी 2001 को इस शहर का नाम आधिकारिक रूप से कोलकाता रखा गया ।

कोलकाता की स्थापना किसने की?
कोलकाता की स्थापना अगस्त 1690 में जॉब चार्नोक ने की थी । उस समय इसे कलकत्ता कहा जाता था।

देश में सबसे पहले मेट्रो रेल कहाँ शुरू हुई थी?
देश में सबसे पहले मेट्रो रेल की कोलकाता में शुरू हुई थी।

देश का एकमात्र ऐसा कौन सा शहर है जहाँ ट्राम चलती है?
कोलकाता देश का एकमात्र शहर है जहाँ ट्राम चलती है।

कोलकाता में कौन सी भाषा बोली जाती है?
कोलकाता में मुख्य रूप से बंगाली भाषा बोली जाती है।

कोलकाता में घूमने के कौन-कौन से स्थान हैं?
कोलकाता में विक्टोरिया मेमोरियल, हावड़ा पुल, फोर्ट विलियम, ईडन गार्डन, बेलूर मठ, बिरला तारामंडल, दक्षिणेश्वर काली मंदिर, कालीघाट, विज्ञान नगरी, अजायबघर, चिड़ियाघर, भारतीय संग्रहालय, सेंट पॉल केथेड्रल, नाखोदा मस्जिद, मार्बल पैलेस, पारसनाथ जैन मंदिर, मदर टेरेसा होम्स, बोटैनिकल गार्डन आदि स्थानों में घूमा जा सकता है.

कोलकाता घूमने का सबसे अच्छा समय कौन सा है?
कोलकाता घूमने का सबसे अच्छा समय अक्टूबर से मार्च तक का है।

कोलकाता में मनाये जाने वाले मुख्य उत्सव कौन से हैं?
कोलकाता में दुर्गा पूजा को बहुत धूम-धाम के साथ मनाया जाता है जिसे देखने के लिए देश विदेश से पर्यटक भी आते हैं । इसके अलावा जगद्धात्री पूजा, सरस्वती पूजा, पोइला बैसाख, पौष पोर्बो आदि भी मनाये जाते हैं ।

कोलकाता में मनाये जाने वाले मुख्य सांस्कृतिक उत्सव कौन-कौन से हैं ?
कोलकाता में कोलकाता फिल्मोत्सव, कोलकाता पुस्तक मेला, नेशनल थियेटर फेस्टिवल, डोवर लेन संगीत उत्सव जैसे सांस्कृतिक उत्सव मनाये जाते हैं।

हमारा अंतिम शब्द

तो दोस्तों आसा करता हु की आपको हमारे दिया गया जानकारी (पश्चिम बंगाल का राजधानी क्या है – Paschim Bengal ki Rajdhani Kya Hai) आपको पसंद आया होगा. अगर आपको पसंद आये तो हमें नीच Comments करके बताये और अपने दोस्तों के साथ और Social Media Platforms पर Share जरूर करे. धन्यवाद!

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