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मुंबई की जनसंख्या कितनी है – Mumbai Ki Jansankhya Kitni Hai

By Proud Skill

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मुंबई की जनसंख्या कितनी है – Mumbai Ki Jansankhya Kitni Hai : नमस्कार दोस्तों, आपको स्वागत है हमारे इस Blog पर, जहापर आज हम आपको बताएँगे “मुंबई की जनसंख्या कितनी है – Mumbai ki Jansankhya Kitni Ha”। भारत एक विशाल देश है। क्षेत्रफल की दृष्टि से भारत दुनिया का सातवा सबसे बड़ा देश है और जनसंख्या हिसाब सें दुनिया का पहले नंबर पर आने जारहे है। मुंबई, भारत के पश्चिमी तट पर स्थित भारतीय राज्य महाराष्ट्र की राजधानी है। जिसका गठन लावा निकलने से बने सात छोटे-छोटे द्वीपों द्वारा हुआ था। इस शहर में स्थित बंदरगाह भारत का सर्वश्रेष्ठ सामुद्रिक बंदरगाह है। आज का प्रश्न है की — मुंबई की जनसंख्या कितनी है – Mumbai Ki Jansankhya Kitni Hai.

मुम्बई का पुराना नाम बम्बई (Bombay) था। यह मायानगरी के नाम से प्रसिद्ध मुंबई का नाम पहले बम्बई था यह दो शब्दों मुंबा+अम्बा नाम से मिलकर बना है जोकि धार्मिकता को प्रदर्शित करता है लोग इस शहर को बॉम्बे Bombay के नाम से भी जानते है मुंबई का गठन लावा निकलने से बने 7 छोटे-छोटे द्वीपों से मिलकर हुआ। जनसंख्या के आधार पर मुंबई शहर भारत का सबसे बड़ा शहर है और दुनिया का चौथा सबसे ज्यादा जनसंख्या वाला शहर है। भारत में सबसे ज्यादा लोकल ट्रेन मुंबई में चलती है। यहा पर रोजाना 5 बिलियन लोग ट्रेन का यात्रा करते हैं और भारत देश का सबसे महंगी बिल्डिंग मुंबई में है। मुम्बई में ही भारत का सबसे पहला पोस्ट ऑफिस खोला गया था। मुंबई एक ऐसा शहर है जहां हर कोने में मंदिर मस्जिद मिल जाएगा। तो चलिए जानते है — मुंबई की जनसंख्या कितनी है – Mumbai Ki Jansankhya Kitni Hai.

मुंबई की जनसंख्या कितनी है – Mumbai Ki Jansankhya Kitni Hai

मुंबई की जनसंख्या कितनी है

मुंबई (Mumbai) जिसे बॉम्बे भी कहा जाता है, भारत में महाराष्ट्र राज्य की राजधानी है और यह भारत में सबसे अधिक आबादी वाला शहर है। मुंबई शहर का कुल सतह क्षेत्र मेगासिटी में ही 603 किलोमीटर वर्ग (233 वर्ग मील) में आता है। प्रमुख महानगरीय क्षेत्र का कुल क्षेत्रफल 4,355 किलोमीटर वर्ग (1,681.5 वर्ग मील) है।

2001 की भारत की जनगणना के अनुसार, मुंबई की जनसंख्या 11,914,398 थी। 2008 में वर्ल्ड गजेटियर द्वारा किए गए जनगणना कार्यक्रम के अनुसार, मुंबई की जनसंख्या 13,662,885 थी। उस समय मुंबई महानगरीय क्षेत्र की जनसंख्या 21,347,412 थी। यहाँ का जनसंख्या घनत्व 22,000 व्यक्ति प्रति वर्ग किलोमीटर था। 2001 की जनगणना के अनुसार, बीएमसी के प्रशासन के तहत ग्रेटर मुंबई क्षेत्र की साक्षरता दर 77.45% थी, जो राष्ट्रीय औसत 64.8% से अधिक थी।

सबसे हालिया जनगणना 2011 के दौरान भारत में आयोजित की गई थी, जिसने मुंबई के शहरी समूह को 20,748,395 पर रखा था, जबकि शहर में ही 12,478,447 दर्ज किया गया था। राष्ट्रीय जनगणना 2022 में मुंबई की शहरी आबादी 22 मिलियन से अधिक होने का अनुमान है।

वर्ष 1950 में मुम्बई की जनसंख्या 2,857,000 थी। जो एक आंकड़े के अनुसार 2030 तक मुंबई जनसंख्या 28 मिलियन से भी ज्यादा हो जाएगी।

यहां लिंगानुपात द्वीप क्षेत्र में प्रति 1000 पुरुषों पर 774 महिलाएं, उपनगरीय क्षेत्र में 826 और ग्रेटर मुंबई में 811 है, जो सभी 933 के राष्ट्रीय औसत अनुपात से नीचे हैं। यह कम लिंगानुपात बड़ी संख्या में प्रवासियों के कारण है। जो पुरुष रोजगार के लिए आते हैं, वे अपने परिवारों को उनके मूल स्थानों पर छोड़ देते हैं।

एक नजर मुंबई के बारे मे

• शहर — मुंबई (Mumbai)
• पुराना नाम — बॉम्बे (Bombay)
• देश — भारत
• राज्य — महाराष्ट्र
• जिला — मुंबई
• निर्देशांक — 19°04′34″N 72°52′39″E
• गठन — 1507
• राजभाषा — मराठी
• औसत ऊंचाई — समुद्र तल से 14 मीटर ऊपर।
• मुंबई जनसंख्या — 1,38,30,884 (2011)
• जनसंख्या घनत्व — 22,937 प्रति वर्ग किमी
• मुंबई का कुल क्षेत्रफल — 4,355 वर्ग किमी
• सरकार — बृहन्मुंबई नगर निगम
• मेयर — पद खाली है
• प्रशासक — IS चहल, (IAS)
• जिला आधिकारिक वेबसाइट — http://www.mcgm.gov.in
• हवाई अड्डे — छत्रपति शिवाजी अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा
• प्रसिद्धि — गेटवे ऑफ इंडिया, होटल ताज, एलिफेंटा की गुफाएँ, छत्रपति शिवाजी टर्मिनस, जुहू चौपाटी आदि।

मुंबई शहर कब बसाया गया था

मुंबई का गठन करने वाले सात द्वीप पहले मराठी भाषा बोलने वाले कोली लोगों के समुदायों का घर थे । सदियों से, बॉम्बे के सात द्वीप पुर्तगाली साम्राज्य को सौंपे जाने से पहले , और बाद में 1661 में ईस्ट इंडिया कंपनी को, कैथरीन ब्रागांजा के दहेज के माध्यम से, क्रमिक स्वदेशी शासकों के नियंत्रण में थे। उनकी शादी इंग्लैंड के चार्ल्स द्वितीय से हुई थी । 18वीं शताब्दी के मध्य में, बॉम्बे को हॉर्नबी वेल्लार्ड परियोजना द्वारा नया रूप दिया गया था, जिसने समुद्र से सात द्वीपों के बीच के क्षेत्र का पुनर्ग्रहण किया। प्रमुख सड़कों और रेलवे के निर्माण के साथ-साथ, 1845 में पूरी हुई सुधार परियोजना ने बॉम्बे को अरब सागर पर एक प्रमुख बंदरगाह में बदल दिया। 19वीं शताब्दी में बंबई को आर्थिक और शैक्षिक विकास की विशेषता थी। 20वीं शताब्दी के प्रारंभ में यह भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन का एक मजबूत आधार बन गया। 1947 में भारत की स्वतंत्रता के बाद इस शहर को बॉम्बे राज्य में शामिल किया गया था । 1960 में, संयुक्त महाराष्ट्र आंदोलन के बाद , बॉम्बे के साथ राजधानी के रूप में महाराष्ट्र का एक नया राज्य बनाया गया था।

मुंबई वित्तीय , वाणिज्यिक, और भारत की मनोरंजन राजधानी है। यह वैश्विक वित्तीय प्रवाह के मामले में वाणिज्य के दुनिया के शीर्ष दस केंद्रों में से एक है, [35] भारत के सकल घरेलू उत्पाद का 6.16% पैदा करता है, [36] और औद्योगिक उत्पादन का 25%, भारत में समुद्री व्यापार का 70% हिस्सा ( मुंबई ) पोर्ट ट्रस्ट और जेएनपीटी ) और भारत की अर्थव्यवस्था के लिए पूंजी लेनदेन का 70% । मुंबई में दुनिया के किसी भी शहर के अरबपतियों की संख्या आठवीं सबसे ज्यादा है, और 2008 में मुंबई के अरबपतियों के पास दुनिया के किसी भी शहर की औसत संपत्ति सबसे अधिक थी। इस शहर में महत्वपूर्ण वित्तीय संस्थान और कई भारतीय कंपनियों और बहुराष्ट्रीय निगमों के कॉर्पोरेट मुख्यालय हैं । यह भारत के कुछ प्रमुख वैज्ञानिक और परमाणु संस्थानों का भी घर है। यह शहर बॉलीवुड और मराठी सिनेमा उद्योगों का भी घर है । मुंबई के व्यावसायिक अवसर पूरे भारत के प्रवासियों को आकर्षित करते हैं।

मुंबई को भारत की आर्थिक राजधानी क्यों कहा जाता है?

मुंबई, समुद्र के किनारे बसे इस शहर के बारे में कहा जाता है कि ये न रात को सोता है न दिन में. यहां हर तरफ सिर्फ पैसों की बात होती है। मुंबई को धन की देवी लक्ष्मी का मायका कहा जाता है। पुराणों में लक्ष्मी को समुद्र की संतान माना गया है और इस लिए समुद्र के किनारे जितने भी शहर बसे हुए हैं वहां अपार धन पाया जाता है. पैसों की अधाह उपलब्धता की वजह से ही इस शहर को लोग मायानगरी के नाम से भी पुकारते हैं। मुंबई को आर्थिक राजधानी क्यों कहा जाता है इस तथ्य पर बात करने से पहले आपको बताते हैं कि मुंबई का नाम मुंबई कैसे पड़ा। दरअसल मुंबई दो शब्दों से मिलकर बना है एक मुंबा या महा-अंबा जो हिंदू देवी दुर्गा का रूप है, जिनका नाम मुंबा देवी है और दूसरा आई। मराठी में मां को आई कहते हैं। अब चूंकि यह लक्ष्मी मां का मायका माना जाता है इसलिए इसका नाम उन्हीं के नाम पर रखा गया। अब आपको बताते हैं कि इसे देश की आर्थिक राजधानी क्यों कहा जाता है।

1. मुंबई की भौगोलिक स्थिति

दरअसल इस क्षेत्र की भौगोलिक स्थिति ऐसी है कि समुद्र के जरिए ज्यादातर व्यापार मुंबई के रास्ते ही होता है. अग्रेजों ने समुद्र के रास्ते व्यापार की संभावनाओं को देखते हुए इसी शहर का सबसे पहले औद्योगिक विकास किया था. यह अरब सागर के किनारे स्थित है जिस कारण यह विदेशी निवेशकों को काफी लुभाता है।

2. पूंजीपतियों का शहर

मुंबई की प्रति व्यक्ति आय सबसे अधिक 1.67 लाख है. देश के सबसे ज्यादा अमीर लोग जिनमें 41 हजार 200 करोड़पति हैं, यहीं रहते हैं. मुकेश अंबानी, रतन टाटा, अजीम प्रेमजी यहीं के निवासी हैं. यही कारण है कि मुंबई को भारत की आर्थिक नगरी कहा जाता है।

3. देश के शीर्ष उद्योगों व संस्थानों की उपस्थिति

मुंबई वो शहर है जहां देश के कई वित्तीय संस्थानों जैसे आरबीआई, एसबीआई, बीएसई, टाटा ग्रुप, गोदरेज, रिलायंस आदि के कार्यालय उपस्थित हैं. इतना ही नहीं यहां फॉर्च्यून ग्लोबल 500 कंपनियां भी स्थित हैं, जिन्हें दुनिया की सबसे बड़ी कंपनियां कहा जाता है।

4. भारत की आर्थिक गतिविधियों का केंद्र

भारत के उद्योगों का 25% हिस्सा तथा जीडीपी का 5% हिस्सा मुंबई से ही आता है. समुद्र के जरिये यहां करीब 40 फीसदी व्यापार होता है. यही नहीं देश का 70% पूंजीगत लेनदेन यहीं से होता है. मुंबई पूरे देश में सबसे अधिक 30% टैक्स देने वाला शहर भी है।

5. शेयर बाजार

भारत का सबसे पुरान स्टॉक एक्सचेंज बॉम्बे स्टाक एक्सचेंज यहीं स्थित है. यह भारत का पहला स्टाक एक्सचेंज है जिसे प्रतिभूति प्रतिबंध अधिनियम (1956) के अंतर्गत सरकार द्वारा स्थाई स्वरूप प्रदान किया गया. इस एक्सचेंज की भारत के आर्थिक विकास में अहम भूमिका है।

6. सिने नगरी

भारत की सबसे बड़ी फिल्म इंडस्ट्री, जिसे बॉलीवुड कहा जाता है यहीं स्थित है. आपको यह जानकर हैरानी होगी कि बॉलीवुड हर साल दुनिया की किसी भी इंडस्ट्री से ज्यादा फिल्में बनाता है. बॉलीवुड उद्योग की सालाना कुल आमदनी लगभग 3 अरब डॉलर है।

7. रोजगार का केंद्र

भारत की अर्थव्यवस्था को सबसे अधिक राजस्व मुंबई से ही प्राप्त होता है. हर साल लाखों लोग यहां अपनी किस्मत आजमाने के लिए आते हैं।

8. सपनों का शहर

कहते हैं इस शहर में कभी कोई भूखा नहीं सोता, यहां हर किसी के लिए रोजगार है. यही वजह है कि भारत के लगभग हर शहर से लोग रोजगार की तलाश में यहां आते हैं. आंकड़ों की मानें तो प्रतिदिन करीब 5 लाख लोग मुंबई आते हैं।

मुंबई का इतिहास – History Of Mumbai In Hindi

मुम्बई अरब सागर के तट पर स्थित भारत का एक खूबसूरत शहर है। भारत का फिल्म उद्योग मुंबई की पहचान है। एक तरफ आसमान को छूती गगन-चुंबी इमारत और दूसरी तरफ अगम गहराई लिए सागर इसकी शोभा को बढ़ाती है। मायानगरी मुंबई सात द्वीपों से मिलकर बना एक एतिहासिक शहर है। यह महाराष्ट्र राज्य की राजधानी है और भारत की आर्थिक राजधानी के रूप में भी जाना जाता है। मुम्बई का इतिहास बहुत ही गौरवमयी रहा है। यहाँ का फिल्म उद्योग हॉलिवूड हमेशा से बॉलीवूड फिल्म को टक्कर देता रहा है।

मुंबई, भारत के चार महानगरों में अग्रणी है। मुंबई के कारण ही महाराष्ट्र को वाणिज्यिक राज्य का दर्जा मिला है। कहते हैं की भारत भ्रमण के लिए आने वाले सैलानियों के लिए यह पहली पसंद है।क्योंकी Mumbai city पहुँचकर वे भारत के किसी कोने में आराम से भ्रमण कर सकते हैं। मुंबई की खोज किसने की थी इसपर कोई सटीक उत्तर नहीं प्राप्त है। लेकिन मुम्बई का इतिहास बताता है की यह स्थान कभी मौर्य साम्राज्य का हिस्सा था।

कलांतर में इस पर गुजरात के सुल्तान का शासन रहा। जिसे बाद में पूर्तगलियों ने आक्रमण कर अपने कब्जे में ले लिया। मुंबई का इतिहास इसी तरह बदलता रहा और यह ईस्ट इंडिया कंपनी के अधीन में हो गया। अंग्रेजों ने भारत में पहली रेल गाड़ी मुंबई से ठाणे के बीच ही चलाई थी। मुंबई के लोकेशन से प्रभावित होकर ही ईस्ट इंडिया कंपनी ने अपना मुख्यालय सूरत से मुंबई स्थानतरित किया था। अंग्रेजों द्वारा स्थापित गेटवे ऑफ इंडिया मुंबई की पहचान बन चुकी है। गेटवे ऑफ इंडिया का निर्माण 1913 ईस्वी में हुआ था।

मुंबई के पर्यटन स्थल

दोस्तों, बिना किसी देर के हम आपको मुंबई के सबसे बेहतरीन पर्यटक स्थलों की जानकारी देना चाहते हैं। यदि आपने अपने मुंबई ट्रिप की तैयारी कर ली है तो यह सूचि आपके काम आने वाली है।

1. गेटवे ऑफ़ इंडिया (Gateway of India)
2. जुहू बीच (Juhu Beach)
3. एलीफैंटा केव्स (Elefenta Cabs)
4. मरीन ड्राइव (Marine Drive)
5. हाजी अली दरगाह (Hazi Ali Dargah)
6. हैंगिंग गार्डन्स ऑफ़ मुंबई (Hanging Gardens of Mumbai)
7. ग्लोबल विपस्सना पैगोडा (Global Vipassana Pagoda)
8. पोवई झील (Powai Lake)

हमारा अंतिम शब्द

तो दोस्तों आसा करता हु की आपको हमारे दिया गया जानकारी (मुंबई की जनसंख्या कितनी है – Mumbai Ki Jansankhya Kitni Hai) आपको पसंद आया होगा. अगर आपको पसंद आये तो हमें नीच Comments करके बताये और अपने दोस्तों के साथ और Social Media Platforms पर Share जरूर करे. धन्यवाद!

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