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मध्य प्रदेश की राजधानी क्या है – Capital of Madhya Pradesh in Hindi

By Proud Skill

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मध्य प्रदेश की राजधानी क्या है – Capital of Madhya Pradesh in Hindi : नमस्कार दोस्तों, आपको स्वागत है हमारे इस Blog पर, जहापर आज हम आपको बताएँगे “मध्य प्रदेश की राजधानी क्या है – Madhya Pradesh ki Rajdhani Kaha hai”। भारत एक विशाल देश है। क्षेत्रफल की दृष्टि से भारत दुनिया का सातवा सबसे बड़ा देश है। भारत के 28 राज्यों में से एक मध्य प्रदेश (MP) भी भारत के एक राज्य है, जो भारत के मध्य स्थान में बसा एक राज्य है। मध्यप्रदेश को भारत का हृदय प्रदेश भी कहा जाता है तथा यह राज्य भारत की सभी संस्कृतियों तथा विरासतों का संगम है। मध्यप्रदेश विरासत, संस्कृति, तथा प्राकृतिक सौंदर्य का अनूठा संगम है। क्या आप जानते है की — मध्य प्रदेश की राजधानी क्या है – Capital of Madhya Pradesh in Hindi.

1 नवंबर 1956 को मध्य प्रदेश (MP) का गठन हुआ था। मध्य प्रदेश भारत का एकमात्र ऐसा राज्य है जिसमे भारत के लगभग हर बड़े राज्य की झलक दिखाई पड़ती है। मध्य प्रदेश अपनी चारो तरफ से राज्यों से घिरा हुआ है इसीलिए इसे हृदय प्रदेश भी कहा जाता है, यह राजस्थान के बाद दूसरा सबसे बड़ा प्रदेश है। मध्य प्रदेश का वातावरण न ही अधिक सर्द होता है न ही अधिक गर्म यहाँ पर हर प्रकार की ऋतु का आनंद देखने को मिलता है। आजके Article पर हम चर्चा करेंगे — मध्य प्रदेश की राजधानी क्या है – Capital of Madhya Pradesh in Hindi. बारे में।

मध्य प्रदेश की राजधानी क्या है – Capital of Madhya Pradesh in Hindi

मध्य प्रदेश की राजधानी क्या है

मध्य प्रदेश राज्य का राजधानी — भोपाल (Bhopal) है। 1956 में जब मध्यप्रदेश राज्य का गठन हुआ, तब इसकी राजधानी बनाने को लेकर कई शहरों के नाम चर्चा में आये। जिनमे ग्वालियर, इंदौर तथा जबलपुर कुछ मुख्य नाम थे। अंततः देश के हालातों तथा तत्कालीन माहौल को देखते हुये सरदार पटेल ने भोपाल शहर को इस राज्य की राजधानी का दर्जा प्रदान किया। यह नगर कुल 285 वर्ग किलोमीटर के क्षेत्रफल में फैला हुआ है। जो भारत देश का 16वा सबसे बड़ा शहर है।

अधिक झीलों के कारण भोपाल को City of Lakes कहा जाता है। भोपाल देश के मध्य भाग में स्थित है। पहाड़ो पर बसे होने के बाद भी यहाँ का तापमान गर्म ही होता है। भोपाल नगर की स्थापना ग्यारहवी शताब्दी में राजा परमार राजा भोज ने की थी। भोपाल का पुराना नाम “भोजपाल” था, जो भोज तथा पाल संधि से मिलकर बना है। मध्यप्रदेश राज्य की राजधानी होने के साथ- साथ यह नगर भोपाल जिले का प्रशासनिक मुख्यालय भी है। वर्तमान समय मे यहाँ की सांसद प्रज्ञा सिंह ठाकुर है।

क्षेत्रफल एवं जनसंख्या में वर्ष 2011 में हुई जनसंख्या जनगणना के अनुसार इस शहर की कुल जनसंख्या 1,795,648 के करीब की दर्ज की गई थी। वही भोपाल जिले की कुल जनसंख्या 2,368,145 थी। पुरुष एवं महिलाओं की अलग-अलग जनसंख्या क्रमशः 1239378 एवं 1128767 की दर्ज की गई थी।

एक नजर में भोपाल (Bhopal) शहर

• शहर — भोपाल (Bhopal)
• राज्य — मध्य प्रदेश
• पद — 16बा (जनसंख्या)
• गठन — 1956
• बिभाजित (जिला का गठन) — 1972
• क्षेत्रफल — महानगर – 463 बर्ग किमी (179 वर्ग मील), मेट्रो शहर – 648.24 बर्ग किमी (250.29 वर्ग मील)
• ऊचाई — 527 मीटर (1,729 फीट)
• औसत उच्च तापमान — 31.7 डिग्री सेल्सियस (89.1 डिग्री फारेनहाइट)
• औसत हल्का तापमान — 18.6 डिग्री सेल्सियस (65.5 डिग्री फारेनहाइट)
• बृष्टिपात — 1,123.1 मिलीमीटर (44.22 इंच)
• शासनकार्य — मेयर – परिषद
• म्युनिसिपलिटी — भोपाल नगर निगम
• मेयर — आलोक शर्मा
• सांसद सदस्य — प्रज्ञा सिंह ठाकुर
• जनसंख्या (2011) — महानगर -1,798,218
• जन घनत्व — 3,900/बर्ग किमी (10,000/वर्ग मील)
• मेट्रो शहर की जनसंख्या — (भोपाल + अरेरा कॉलोनी + बेरसिया शहरी क्षेत्र) — 1,917,051
• मेट्रो शहर की जन घनत्व — 3,000/किमी 2 (7,700/वर्ग मील)
• मेट्रो शहर की रैंक — 18 वीं
• जनपद — भोपाली
• राजभाषा — हिंदी
• साक्षरता दर (2011) — 80.37%
• वेबसाइट — www .bhopal .nic .in , www .smartbhopal .city

भोपाल को मध्य प्रदेश की राजधानी क्यूँ बनाया गया

1 नवंबर 1956 को जब मध्य प्रदेश (MP) राज्य का गठन हुआ, तब इसके राजधानी के लिए ग्वालियर के साथ इंदौर का दावा भी था। क्यूंकि उस समय मध्य प्रदेश राज्य का गठन भारत के चार छोटे राज्य भोपाल,विंध्यक्षेत्र,मध्य भारत और सेंट्रल प्रोविंस एंड बरार इन राज्यों को मिलकर की गई थी। इस राज्य का नाम “मध्य प्रदेश” भारत के प्रधानमंत्री जबाहर लाल नेहरू जी ने दिया था।

इन्ही चार राज्यों से मध्य प्रदेश राज्य की राजधानी बनने की मांग उठी भोपाल के राजा हमीदुल्लाह खाँ भोपाल को राजधानी बनाना चाहते थे तो वही ग्वालियर के राजा जीवाजीराव सिंधिया ग्वालियर को madhya pradesh ki rajdhani बनाना चाहते थे इसके अलावा इंदौर के होलकर इंदौर को तथा विंध्य क्षेत्र के लोग जबलपुर को राजधानी बनाना चाहते थे।इस प्रकार मध्यप्रदेश की राजधानी बनने की दौड़ में अलग अलग रियासत और शहर थे। मध्य प्रदेश के पहले सीएम पंडित रविशंकर शुक्ल के चलते रायपुर भी दावेदारी करने लगा। इस बीच यह खबर आई कि भोपाल के नबाब तो भारत के साथ संबंध ही नहीं रखना चाहते । वे हैदराबाद के निजाम के साथ मिलकर भारत में विलय का विरोध कर रहे थे।

इस विरोध के करण केन्द्र सरकार नहीं चाहती थी कि देश के हृदय स्थल में राष्ट्र विरोधी गतिविधियां बढ़ें।इसलिए सरदार पटेल ने भोपाल पर पूरी नजर रखने के लिए उसे ही मध्य प्रदेश की राजधानी बनाने का निर्णय लिया।

भोपाल, मध्य प्रदेश की राजधानी के कब बने

भारत देश को अंग्रेज़ों से आज़ादी मिलने के बाद देश में कई छोटी-बड़ी रियासतें एवं देशी राज्य अस्तित्व में थे। इसके बाद जब एक स्वतंत्र भारत की कल्पना की गई, तब उनको आपस मे मिलाकर एकीकृत किया गया। इसके उपरांत जब 1956 में भाषीय आधार पर राज्यो का पुर्नगठन (Reconstitution) हुआ, जिसके परिणामस्वरूप 1 नवंबर, 1956 को एक नए राज्य के रूप में “मध्यप्रदेश” राज्य का नाम अस्तित्व में आया। इसे पहले “मध्य भारत” के नाम से भी जाना जाता था। मध्यप्रदेश राज्य का निर्माण तत्कालीन सीपी एंड बरार, मध्य भारत, विंध्यप्रदेश तथा भोपाल राज्य को मिलाकर किया गया।

इसके बाद 1 नवंबर, 1956 को जब मध्यप्रदेश राज्य का गठन हुआ, उसी दौरान इसकी राजधानी का चुनाव भी कर लिया गया था। अर्थात 1 नंवबर 1956 को “भोपाल” को इस राज्य की राजधानी के तौर पर स्थापित किया गया। राजधानी बनाने के साथ ही इसका विधानसभा क्षेत्र भी भोपाल के रूप में ही तय कर दिया गया था। इसके 16 वर्ष बाद यानी 1972 में भोपाल को जिला घोषित कर दिया गया। मध्यप्रदेश के गठन के समय कुल जिलों की संख्या 43 थी। वर्तमान समय मे मध्य प्रदेश में कुल 52 जिले हैं।

भोपाल की स्थिति क्या है

भोपाल 1956 में मध्यप्रदेश की राजधानी बना। जबकि वर्ष 1972 में इसको जिले के रूप में स्थापित कर दिया गया। जिस प्रकार भारत देश के मध्य क्षेत्र में मध्यप्रदेश है, उसी प्रकार MP के मध्य भाग में भोपाल शहर स्थित है। भोपाल जिला मानचित्र (Map) में 23.250 उत्तर अक्षांश (Latitude) तथा 77.420 पूर्व देशांतर (Longitude) पर बसा हुआ है। जो कि 2772 वर्ग किमी के कुल क्षेत्रफल में विस्तृत है।

इस जिले की सीमा उत्तर में गुना, पूर्व में रायसेन, पश्चिम में सीहोर तथा उत्तर पश्चिम में राजगढ जिले से जुड़ी हुई हैं। समुद्र तल से इस जिले की ऊँचाई 427 मीटर है। इस जिले के आसपास बहुत सारी छोटी – छोटी पहाड़िया मौजूद है, जिनमे ईदगाह हिल्स तथा श्यामला हिल्स शामिल है। जबकि भोपाल जिला विंध्य पर्वत श्रेणियों की उत्तरी सीमाओं से जुड़ा हुआ है। यहाँ की जलवायु सामान्य तौर पर गर्म होती है।

भोपाल का इतिहास – History of Bhopal in Hindi

मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल, शानदार मुगल वास्तुकला को प्रदर्शित करने वाली पुरानी मस्जिदों से परिपूर्ण है। मध्यकाल के पुराने देहाती आकर्षण के अलावा, भोपाल कृत्रिम झीलों की जोड़ी के लिए भी जाना जाता है, जो शहर को दो भागों में विभाजित करती है। इन झीलों को ऊपरी झील और निचली झील के रूप में जाना जाता है और एक दूसरे से एक ओवरब्रिज के माध्यम से विभाजित होती हैं।

11वीं शताब्दी में, भोपाल पर राजा भोजपाल का शासन था, जिन्होंने इस क्षेत्र में कई झीलों का निर्माण किया था। उसके बाद, औरंगजेब के निधन के बाद शहर पर शासन करने वाले दोस्त मोहम्मद खान द्वारा शहर की वास्तुकला में काफी सुधार किया गया था।

हालाँकि, यह भोपाल में बेगमों का शासन था, जिसके कारण इस क्षेत्र में सांस्कृतिक और कलात्मक गतिविधियों में वृद्धि हुई थी। हाँ, 19वीं शताब्दी में भोपाल शहर मुस्लिम महिलाओं के अधीन था, और उनमें से सबसे पहले ममोला बाई थीं, जिन्होंने अपने पति के निधन के बाद शहर की देखभाल शुरू की।

मामोला बाई को कुदसिया बेगम ने उत्तराधिकारी बनाया, जिन्होंने अपने पति की हत्या के बाद राज्य की बागडोर संभाली। और कुदसिया बेगम के बाद उनकी बेटी ने गद्दी संभाली। ऐसा माना जाता है कि इन महिलाओं के शासन में भोपाल कला और सांस्कृतिक गतिविधियों के केंद्र के रूप में काफी विकसित हुआ।

भोपाल गैस त्रासदी। विश्व स्तर पर सबसे खराब औद्योगिक आपदा के रूप में जानी जाने वाली, भोपाल गैस त्रासदी ने गलती से लगभग 42 टन जहरीली मिथाइल आइसोसाइनेट (MIC) गैस को 5,00,000 लोगों तक पहुंचा दिया। इससे लोगों के फेफड़ों में जलन होने लगी और 8,000 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई।

इसके अलावा, रिपोर्टों ने यह भी सुझाव दिया कि लगभग 7,00,000 लोग इससे प्रभावित हुए।

भोपाल की अर्थव्यवस्था कैसे है

भोपाल शहर में एक अच्छी तरह से विकसित बुनियादी ढांचा, परिवहन सुविधाएं और वाणिज्यिक महत्व की अन्य सुविधाएं हैं। शहर में बढ़ते आधुनिक शहर के फायदे हैं। बड़ी संख्या में उच्च और तकनीकी शिक्षा संस्थानों की उपस्थिति निजी उद्यमियों को भोपाल में अपना व्यवसाय स्थापित करने के लिए एक आकर्षक विकल्प प्रदान करती है।

भोपाल प्रचुर मात्रा में औद्योगिक भूमि, और अन्य सुविधाएं कीमतों पर प्रदान करता है जो शुरुआती उत्साह के उभरते निवेशकों को नहीं लूटते हैं।
राज्य सरकार द्वारा गैर-प्रदूषणकारी आईटी से संबंधित उद्योगों के विकास के लिए सैकड़ों एकड़ भूमि निर्धारित की गई है।

भोपाल में प्रमुख उद्योग हैं:

• बिजली का सामान
• कपास
• रसायन
• आभूषण
• कताई और बुनाई
• भेल (भारत हेवी इलेक्ट्रिकल्स लिमिटेड) इकाई
• खनिज निष्कर्षण

भोपाल का दर्शानीय पर्यटन स्थल – Famous Tourist Spot of Bhopal in Hindi

भोपाल में घूमने के लिए कई बेस्ट जगह हैं, लेकिन उनमें से कुछ फेमस जगह इस लेख में हमने आपको बताई हुई है। आप भी इन जगहों को अपने भोपाल ट्रिप में जरूर शामिल करें।

भोपाल मध्यप्रदेश की राजधानी है, जिसे झीलों की नगरी भी कहा जाता है। इस शहर का बड़ा तालाब और छोटा तलाब बेहद लोकप्रिय है। फेमस तलाब के साथ-साथ पर्यटकों के बीच पर्यटक स्थल भी बेहद फेमस है। इसके अलावा ये तो आप सभी जानते हैं, भोपाल शहर स्वच्छता के मामले भी काफी आगे रहता है। भोपाल शहर में शौर्य स्मारक, भारत भवन, भीमबेटका, शहीद भवन जैसी जगह पर्यटकों को अपनी ओर आकर्षित करती हैं। अगर आप भी लेक ऑफ सिटी भोपाल घूमने का प्लान बना रहे हैं, तो पहले यहां के खूबसूरत और लोकप्रिय जगहों के बारे में जरूर जान लें।

• बड़ा तालाब (Upper Lake)
• वन विहार राष्ट्रीय उद्यान (Van Vihar National Park)
• सांची स्तूप (Sanchi Stupa)
• भीमबेटका गुफाएं (Bhimbetka Caves)
• शौकत महल (Shaukat Mahal)
• मोती मस्जिद (Moti Masjid)
• बिरला संग्रहालय (Birla Museum)
• ट्राइबल म्यूजियम (Tribal Museum)
• सैर सपाटा
• गौहर महल
• भारत भवन
• पीपल्समॉल

FAQs

मध्य प्रदेश की पुरानी राजधानी का क्या नाम है?
1948-56 की गर्मियों के दौरान, ग्वालियर मध्य प्रदेश की राजधानी थी।

क्या इंदौर मध्य प्रदेश की राजधानी है?
1950 से 1956 तक, इंदौर ने मध्य भारत की राजधानी के रूप में कार्य किया।

भोपाल किस की राजधानी है
भोपाल मध्य प्रदेश की राजधानी है।

मध्य प्रदेश की जनसँख्या कितनी है ?
मध्यप्रदेश की जनसँख्या 2022 में 7.33 करोड़ है।

मध्य प्रदेश में सबसे बड़ा शहर कौन सा है ?
मध्य प्रदेश में सबसे बड़ा शहर दमोह(damoh) है।

मध्य प्रदेश में कितनी झीलें है ?
मध्य प्रदेश में कुल 32 झीलें है।

मध्य प्रदेश क्यों प्रसिद्द है ?
मध्यप्रदेश अपनी संस्कृति के लिए और झीलों तथा पर्यटन के लिए बहुत प्रसिद्द है।

भोपाल से पहले मध्य प्रदेश की राजधानी क्या थी?
1948-56 की गर्मियों के दौरान मध्य प्रदेश की राजधानी ग्वालियर थी। ग्वालियर जिले का प्राचीन नाम गोपंचल था।

मध्य प्रदेश को और क्या कहा जाता है ?
मध्यप्रदेश को भारत का हृदय कहा जाता है क्योंकि ये भारत के मध्य में स्थित है तथा आस-पास अन्य राज्यों से घिरा हुआ है।

हमारा अंतिम शब्द

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